Aadhar Card Registration Process - आधार कार्ड बनाने का सबसे आसान तरीका जाने यहां
केंद्र सरकार ने आधार के नियम में कुछ बदलाव किए हैं. जिसके तहत जब भी किसी व्यक्ति को आधार नंबर पाए हुए 10 साल हो जाए तो उसे अपडेट करना होगा. आप ऑनलाइन ही इसे अपडेट कर सकते हैं.
Written By Nizam Kantaliya | Published : December 16, 2022 10:28 AM IST
भारत में लगभग हर एक व्यक्ति के पास पहचान पत्र के रूप में आधार कार्ड बेहद जरुरी है. बहुत सारे ऐसे लोग हैं जिन्होंने अब तक अपना आधार कार्ड नहीं बनवाया है. कई बार ऐसा होता है कि जानकारी के अभाव में भोले-भाले लोगों से अपराधी आधार कार्ड बनाने के नाम पर ठगी भी कर लेते हैं. ऐसे कई मामले सामने भी आ चुके हैं. भारत के नागरिक होने के नाते आपके पास आधार कार्ड होना जरूरी है. आधार कार्ड बनाने का आसान तरीका आसान शब्दों में समझते .
क्या है आधार कार्ड
Advertisement
स्कूल हो या दफ्तर दोनों ही जगह अंदर जाने के लिए एक पहचान पत्र की जरूरत पड़ती है. ताकी आपकी पहचान हो सके कि आप कौन हैं. ठीक वैसे ही भारत में भी रहने के लिए एक पहचान पत्र भारत के नागरिकों को भारत सरकार देती है.आधार कार्ड में 12 अंको की एक विशिष्ट(खास) संख्या छपी होती है. जिसे भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (Unique Identification Authority of India ) जारी करता है. ये संख्या भारत में कहीं भी, किसी भी व्यक्ति की पहचान और पते का प्रमाण होता है.
आधार दुनिया की सबसे बड़ी बायोमेट्रिक आईडी कार्यक्रम प्रणाली है.
Advertisement
क्या है UIDAI ? भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) भारत में रहने वाले हर व्यक्ति को आधार नंबर प्रदान करता है, जो अब अधिकांश सरकारी योजनाओं के केंद्र बिंदु के रूप में काम करता है. यह संगठन केंद्र सरकार के अधीन काम करता है. इसका डाटा सेंटर आईएमटी मानेसर, हरियाणा में है.
आधार कार्ड के प्रकार
1.साधारण आधार कार्ड 2.ई- आधार कार्ड 3.एम आधार कार्ड 4.पीवीसी आधार कार्ड 1.साधारण आधार कार्ड
इस प्रकार के आधार कार्ड को यूआईडीएआई कार्ड होल्डर के घर डाक से भेजती है. इसे साधारण आधार कार्ड कहते हैं. इसमें एक मोटे रंगीन कागज कागज पर आधार नंबर, फोटो डेट ऑफ बर्थ, पता, लिंग की जानकारी होती है.
2.ई- आधार कार्ड
ई- आधार कार्ड इलेक्ट्रॉनिक आधार की कॉपी होती है. जो किसी पासवर्ड से प्रोटेक्टेड होती है.इसे आप डाउनलोड कर सकते हैं. इसमें भी साधारण आधार की तरह जानकारियां छपी होती है.
3.एम आधार कार्ड
इसका अर्थ होता है मोबाइल पर आधार. इसे बनाने के लिए पहले आपको मोबाइल में आधार ऐप डाउनलोड करना होगा. जिसमें आधार नंबर की जानकारी भरकर उसे सुरक्षित रखा जा सकता है. एम-आधार मोबाइल में ही QR कोड देता है. जिसे स्कैन करवाकर आप अपना काम भी करवा सकते है.
4.पीवीसी आधार कार्ड
इस तरह के आधार कार्ड एटीएम और पैन कार्ड की तरह एक प्लास्टिक का रंगीन कार्ड होता है. इस कार्ड में आगे और पीछे की तरफ QR कोड छपा होता है. इस आधार कार्ड पर साधारण आधार कार्ड की तरह ही जानकारी छपी होती है. इसे UIDAI की वेबसाइट पर 50 रुपए की फीस ऑनलाइन चुका कर बनाया जा सकता है.
आधार कार्ड बनाने का तरीका
1. ऑफलाइन आधार कार्ड बनाने का तरीका
2.ऑनलाइन आधार कार्ड बनाने का तरीका
1.ऑफलाइन आधार कार्ड बनाने का तरीका ( Offline Aadhaar Registration Process)
सबसे पहले अपने पास के नामांकन केंद्र पर जाएं. आधार कार्ड सबके पास होना जरूरी है. इसलिए सरकार ने हर शहर में नामांकन केंद्र बना रखा है.
आधार कार्ड बनाने के लिए कुछ जरुरी दस्तावेजों की जरूरत पड़ती है. उन्हे ध्यान से घर से निकलने से पहले अपने पास रख लें.
केंद्र पर पहुंचने के बाद केंद्र संचालक (आधार कार्ड बनाने वाला व्यक्ति) आपको एक फॉर्म देंगे. मांगे गए जरूरी दस्तावेजों के साथ फॉर्म भर कर जमा कर दें.
उसके बाद केंद्र संचालक आपका बायोमेट्रिक डेटा लेगा जैसे उंगलियों के निशान और आंखों की पुतलियां.
आपकी तस्वीर भी आधार के लिए ली जाती है.
उसके बाद आपको रसीद मिलेगी जिस पर 14 डिजिट का एनरोलमेंट नंबर लिखा होगा. उस एनरोलमेंट नंबर को संभाल कर रखें. उससे ही पता चलेगा आपका आधार कार्ड आया या नहीं.
2.ऑनलाइन आधार कार्ड बनाने का तरीका( Online Aadhar Card Registration Process)
ऐसा नहीं है कि आप आधार कार्ड केवल बाहर जाकर ही बना सकते हैं. आप अगर चाहें तो बहुत ही आसानी से घर बैठे ही मोबाइल, लैपटॉप या कंप्यूटर से अपना आधार कार्ड बना सकते हैं. उसके लिए आपको इन आसान स्टेप्स को फॉलो करना होगा.
घर से अगर आप अपना आधार कार्ड बना रहे हैं तो आपको सबसे पहले दिए गए इस यूआईडीआईए पोर्टल www.uidai.gov.in के लिंक पर जाना होगा.
इस लिंक पर आप जैसे ही क्लिक करेंगे. इसका होम पेज खुल जायेगा. इसके होम पेज में My Aadhaar के अंतर्गत Book An Appointment सेलेक्ट करें.
इसके बाद आपको Book An Appointment At Registrar Run Aadhaar Seva Kendra के नीचे दिए Proceed To Book An Appointment को चुने.
जिसके बाद अगला पेज खुल जायेगा. जिसमें आपको अपना मोबाइल नंबर और कैप्चा कोड डालकर Send OTP को सेलेक्ट करना होगा. ध्यान मोबाइल नंबर वही डाले जिसका आप हमेशा इस्तेमाल करते हैं, क्योंकी जिस मोबाइल नंबर को आप डालेंगे उसी पर एक कोड जायेगा. उस कोड के बिना आप आधार कार्ड बनाने की प्रक्रिया में आगे नहीं बढ़ पायेंगे. इसलिए किसी बंद सिम का नंबर ना दें.
उसके बाद आपके मोबाइल पर OTP आयेगा. उस OTP को भर कर Submit OTP & Proceed पर क्लिक कर दें
इसके बाद एक और नया पेज खुलेगा. इसमें New Enrolment का आपको ऑप्शन देगा. जिसे आपके सेलेक्ट कर लेना है. उसके बाद आपसे पूछे गए सभी जानकारी जैसे - नाम, जन्मदिन आदी. सभी जानकारी को सही-सही भरे. इसके बाद Save And Proceed पर क्लिक कर दें.
अगले पेज में भी मांगे गए सभी जानकारी को भर दें. फिर save And Proceed को सेलेक्ट कर लें.
अंत में आप अपने फॉर्म को अच्छे से चेक कर लें. उसके बाद Submit कर दें. उसके बाद आपके सामने एक और पेज खुलेगा. जिसमें Download Receipt पर क्लिक करके अपनी आईडी डाउनलोड कर लें
नया आधार कार्ड बनाने के लिए पहचान प्रमाण दस्तावेज की जरूरत पड़ती है. पहचान प्रमाण दस्तावेज के रूप में आप नीचे बताए गए कागजातों का प्रयोग कर सकते हैं. आधार कार्ड बनाने के लिए आपको कुछ जरुरी दस्तावेजों की जरूरत पड़ेगी.
पासपोर्ट
पैन कार्ड
राशन कार्ड या सार्वजनिक वितरण प्रणाली फोटो कार्ड
मतदाता पहचान पत्र
आवेदक का ड्राइविंग लाइसेंस
भारत सरकार द्वारा जारी फोटो पहचान पत्र
नरेगा रोजगार कार्ड
हथियार का लाइसेंस
फोटो बैंक ATM कार्ड
पेंशनर का फोटो कार्ड
स्वतंत्रता सेनानी का फोटो कार्ट
किसान की फोटो पासबुक
शादी का प्रमाण पत्र
नाम और फोटो के साथ स्कूल छोड़ने का प्रमाण पत्र (SLC) या TC
नाम और फोटो के साथ बैंक पासबुक
आप इनमें से किसी भी सहायक दस्तावेज को आधार कार्ड के लिए पहचान प्रमाण के रूप में जमा कर सकते हैं. जो UIDAI पहचान प्रमाण के रूप में स्वीकार करता है.
2)एड्रेस प्रूफ
आधार रजिस्ट्रेशन के लिए एड्रेस प्रूफ आवश्यक है.जिन दस्तावेजों में आवेदक का निवासी पते का प्रमाण होता है. वो अधिकृत आधार केंद्र में जमा किए जाने वाले सबसे महत्वपूर्ण दस्तावेजों में से एक होते हैं. ये दस्तावेज सही होने चाहिए क्योंकि फॉर्म में आवेदक के दिए गए पते पर आधार कार्ड भेजा जाता है. अगर आप सही पता प्रमाण नहीं देंगे तो आधार आपको नहीं मिल पाएगा. आप आधार रजिस्ट्रेशन के लिए UIDAI द्वारा निम्नलिखित दस्तावेजों को अपने पहचान प्रमाण के रूप में जमा कर सकते है:
पासपोर्ट
बैंक पासबुक
पोस्ट ऑफिस अकाउंट स्टेटमेंट या पासबुक
राशन कार्ड
वोटर आईडी कार्ड (मतदाता पहचान पत्र)
आवेदक का ड्राइविंग लाइसेंस
सरकार द्वारा जारी फोटो पहचान पत्र
PSU द्वारा जारी पता सहित सेवा फोटो पहचान कार्ड
पिछले 3 महीने का बिजली बिल
पानी का बिल जो 3 महीने से अधिक पुराना न हो
पिछला तीन महीनों का टेलीफोन से संबंधित लैंडलाइन बिल
पिछले 3 महीनों की होम टैक्स रसीद
पिछले तीन महीनों का क्रेडिट कार्ड स्टेटमेंट
बीमा पॉलिसी
लेटरहेड पर बैंक द्वारा हस्ताक्षरित पते के साथ फोटो और एक पत्र.
पंजीकृत कार्यालय द्वारा जारी कंपनी के लेटरहेड पर पते और फोटो के साथ हस्ताक्षरित पत्र
किसी सुप्रसिद्ध शैक्षणिक उद्यम द्वारा उनके लेटरहेड पर जारी किया गया पते के साथ फोटो और हस्ताक्षरित पत्र
नरेगा का रोजगार कार्ड
हथियार लाइसेंस
पेंशनर कार्ड
स्वतंत्रता सेनानी कार्ड
किसान पासबुक
CGHS कार्ड
ECHS कार्ड
एक फोटो के साथ पता प्रमाण पत्र जो किसी सांसद, विधायक, राजपत्रित अधिकारी या तहसीलदार द्वारा उनके लेटरहेड पर जारी किया गया हो
ग्रामीण क्षेत्रों के लिए ग्राम पंचायत के मुखिया या उनके समकक्ष किसी प्राधिकारी द्वारा जारी किया गया पता प्रमाण पत्र
आयकर विभाग का निर्धारण आदेश
वाहन का रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट
3)जन्म तिथि प्रमाण
नीचे दिए गए दस्तावेजों को आप आधार रजिस्ट्रेशन के लिए जन्मतिथि के प्रूफ के रूप में जमा कर सकते हैं.
जन्म का प्रमाण पत्र
SSLC बुक/ सर्टिफिकेट
आवेदक का पासपोर्ट
पैन कार्ड
जन्म प्रमाण पत्र जो लेटरहेड पर ग्रुप ए राजपत्रित अधिकारी द्वारा जारी किया गया हो
गवर्नमेंट अथॉरिटी द्वारा जारी और विधिवत हस्ताक्षर किया गया सर्टिफिकेट या आईडी कार्ड जिसमें फोटो और जन्म तिथि दी गई हो
किसी मान्यता प्राप्त शैक्षणिक संस्थान द्वारा जारी किया गया फोटो आईडी कार्ड जिसमें जन्म तिथि दी गई हो
किसी सरकारी बोर्ड या विश्वविद्यालय द्वारा जारी की गई मार्कशीट
सरकारी फोटो आईडी कार्ड, फोटो पहचान प्रमाण या पीएसयू द्वारा जारी आईडी कार्ड जिसमें जन्म तिथि दी गई हो
पेंशन पेमेंट ऑर्डर (केंद्र या राज्य)
केंद्र सरकार का स्वास्थ्य सेवा योजना कार्ड या पूर्व कर्मचारियों का स्वास्थ्य योजना फोटो आईडी कार्ड
स्कूल छोड़ने का प्रमाण पत्र (SLC) / स्कूल ट्रांसफर सर्टिफिकेट (TC) जिसमें नाम और जन्म तिथि हो
नाम, जन्मतिथि और फोटो सहित स्कूल के प्रमुख द्वारा जारी किया गया स्कूल रिकॉर्ड
मान्यता प्राप्त शैक्षणिक संस्था द्वारा जारी किया गया पहचान प्रमाण पत्र जिसमें नाम, जन्मतिथि और फोटो हो
EPFO द्वारा जारी किया गया पहचान प्रमाण पत्र जिसमें नाम, जन्म तिथि और फोटो हो
4)रिलेशनशिप प्रूफ
जी हां आधार एनरोलमेंट के लिए रिलेशनशिप प्रूफ देना जरूरी है. परिवार के प्रमुख/मुखिया के साथ आपके रिश्ते को साबित करने के लिए नीचे दिए गए दस्तावेजों की जरूरत पड़ती है.
PDS कार्ड
MGNREGA का जॉब कार्ड
राज्य सरकार, CGHS, ECHS, और ESIC द्वारा जारी किया गया मेडिकल कार्ड
सेना का कैंटीन कार्ड
पेंशन कार्ड
आवेदक का पासपोर्ट
राज्य या केंद्र सरकार द्वारा जारी किया गया कोई भी फैमिली एंटाइटलमेंट दस्तावेज़
जन्म प्रमाण पत्र जिसे रजिस्ट्रार/नगर निगम/ किसी स्थानीय सरकारी निकाय द्वारा जारी किया गया हो
सरकार द्वारा जारी किया गया मैरिज सर्टिफिकेट
डाक विभाग द्वारा जारी किया गया एड्रेस कार्ड जिसमें नाम और फोटो हो
राजस्थान सरकार द्वारा जारी किया गया भामाशाह कार्ड/जन आधार कार्ड
बच्चे के जन्म पर सरकारी अस्पताल द्वारा जारी किया गया डिस्चार्ज कार्ड
फोटो लगा हुआ पहचान प्रमाण पत्र जिसे MP/MLA/MLC/निगम पार्षद/राजपत्रित अधिकारी द्वारा जारी किया गया हो.
ग्राम पंचायत प्रमुख/मुखिया/इसके समकक्ष अधिकारी द्वारा जारी किया गया फोटो युक्त पहचान प्रमाण पत्र जिसमें परिवार के मुखिया के साथ संबंधों का पता चलता हो.
आधार कार्ड के लिए प्रत्येक कैटेगरी से एक दस्तावेज़ फॉर्म के साथ संलग्न करने की आवश्यकता होगी.
आधार नंबर से करें आधार कार्ड डाउनलोड
सबसे पहले आधार की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं. उसके बाद My Aadhaar पर जाकर Download Aadhaar पर क्लिक कर लें या फिरइस लिंक पर जाकर https://resident.uidai.gov.in/check-aadhaar. अपना आधार कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं
आधार नंबर पर क्लिक करें.
उसके बाद 12 अंकों का आधार नंबर व सिक्योरिटी कोड दर्ज करें. Send OTP पर क्लिक करें. जिसके बाद आपके दिए गए मोबाइल नंबर पर एक OTP मिलेगा.
अगर आप मास्क्ड आधार डाउनलोड करना चाहते हैं तो Masked Aadhaar को चुने.
उसके बाद आपके मोबाइल नंबर पर जो OTP आया था उसे दर्ज करें. Verify And Download करें.
वेरिफिकेशन के बाद आपको आपके आधार का PDF दिया जायेगा. जो पासवर्ड से सुरक्षित होगा. इस PDF को खोलने के लिए पासवर्ड दर्ज करना होगा. पासवर्ड आपके नाम के पहले 4 अक्षरों और आपकी जन्म तिथि दोनो का मेल होगा.
आधार कार्ड की महत्वता
इनकम टैक्स रिटर्न करने के लिए.
बैंकों में खाता खुलवाने के लिए .
रेलवे टिकटों पर रियायत लेने के लिए .
मिड डे मील के लिए.
भविष्य निधि अकाउंट के लिए.
पासपोर्ट के लिए
मोबाइल नंबर लेने के लिए.
पैन कार्ड बनवाने के लिए.
स्कॉलरशिप के लिए
पब्लिक डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम के लिए.
आधार कार्ड का इतिहास
आधार प्रोजेक्ट का सफर शुरु होता है 2009 से. शुरुआत से ही ये प्रोजेक्ट विवादों में रहा है. आईए जानते हैं कैसे 2009 से शुरू हुआ आधार प्रोजेक्ट का अब तक का सफर.
1)28 जनवरी, 2009 को योजना आयोग ने विशिष्ट संख्या वाले पहचान पत्र को बनाने के लिए यूआईडीएआई के गठन का नोटिफिकेशन जारी किया. इंफोसिस के संस्थापक नंदन नीलेकणी इसका चेयरमैन बनाया गया.
2)सरकार की तरफ से सितंबर, 2010 में प्रायोगिक तौर पर महाराष्ट्र के कुछ ग्रामीण इलाकों में आधार योजना को लॉन्च किया गया. दिसंबर में सरकार ने नेशनल आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ बिल 2010 संसद में पेश किया. विधेयक पर रिपोर्ट तैयार करने के लिए इसे वित्तीय मामलों की स्टैंडिंग कमेटी के पास भेजा गया.
3)सितंबर 2011 तक 10 करोड़ लोगों ने आधार कार्ड बनवाया. दिसंबर 2011 में स्टैंडिंग कमेटी ने अपनी रिपोर्ट संसद में पेश की.
4)7 फरवरी. 2012 को यूआईडीएआई ने आधार का ऑनलाइन वेरिफिकेशन शुरू किया. 26 नवंबर को पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने आधार से लिंक खातों के लिए डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर स्कीम की शुरुआत की. 30 नवंबर 2012 को कर्नाटक हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज केएस पुट्टास्वामी ने कोर्ट में जनहित याचिका दायर की.
5)1 जनवरी 2013 को आधार प्रोजेक्ट को देश के 51 जिलों में लागू किया गया. 23 सितंबर को सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि कुछ विभागों ने आधार को अनिवार्य करने वाले सर्कुलर जारी किए हैं. इसके बावजूद आधार कार्ड नहीं बनवाने वाले लोगों को इसकी वजह से कोई नुकसान नहीं होना चाहिए. 9 अक्टूबर को नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने आधार बेस्ड पेमेंट सिस्टम की शुरुआत की.
6)मार्च 2014 में यूआईडीएआई के चेयरमैन नीलेकणी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. नई सरकार बनने के बाद जून 2014 में आईटी डिपार्टमेंट ने आधार प्रोजेक्ट पर फीडबैक लेने के लिए राज्य के सचिवों की बैठक बुलाई. इसके बाद 5 जुलाई को प्रधानमंत्री मोदी ने आधार प्रोजेक्ट जारी रखने की घोषणा कर दी. इस दौरान आधार प्रोजेक्ट पर सुनवाई करते हुए 24 मार्च को सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि "आधार नंबर न होने की सूरत में किसी व्यक्ति को ऐसी किसी सुविधा से वंचित नहीं रखा जाएगा, जिसका वह अन्य स्थिति में हकदार होता है.आधार अनिवार्य नहीं है, ये बताने के लिए सरकारी विभाग अपने फार्म्स और सर्कुलर में संशोधन करें".
7)मार्च 2015, में सरकार ने आधार से लिंक्ड डिजीलॉकर सर्विस शुरू की. इस सर्विस के तहत लोग अपने डॉक्यूमेंट की स्कैन कॉपी क्लाइड पर सेव कर सकते हैं. 16 मार्च, 2015 को सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि "हमें उम्मीद है कि केंद्र सरकार और राज्य सरकारें 23 सितंबर, 2013 को दिए गए कोर्ट के आदेश का पालन करेंगी". 11 अगस्त, 2015 को सुप्रीम कोर्ट ने आधार की अनिवार्यता को सिर्फ एलपीजी और राशन की सब्सिडी तक सीमित कर दिया. इस दौरान कोर्ट ने कहा कि "भारत सरकार रेडियो, टीवी और प्रिंट मीडिया में बड़े पैमाने पर प्रचार करे कि किसी नागरिक के लिए आधार कार्ड बनवाना अनिवार्य नहीं है".
8)3 मार्च, को सरकार ने आधार बिल को धन विधेयक के रूप में लोकसभा में पेश किया. 11 मार्च को इस बिल को लोकसभा ने पास कर दिया. राष्ट्रपति की स्वीकृत के बाद आधार बिल कानून बन गया. 10 मई को कांग्रेस नेता जयराम रमेश बिल को वित्त विधेयक के रूप में पास करने को चुनौती देते हुए कोर्ट पहुंचे. 14 सितंबर को कोर्ट ने छात्रवृत्ति के लिए आधार अनिवार्य करने को गलत बताया.
9)5 जनवरी को कोर्ट ने कहा कि "डेटा जमा करने की जिम्मेदारी प्राइवेट कंपनी को देना ठीक नहीं है". 15 दिसंबर को आधार की डेडलाइन को 31 मार्च 2018 कर दिया. मार्च 2017 में सरकार ने आयकर अधिनियम में एक नया सेक्शन 139-AA शामिल किया और पैन कार्ड के साथ-साथ आयकर रिटर्न फाइल करने के लिए आधार को अनिवार्य कर दिया.
10)17 जनवरी को 5 जजों की बेंच ने आधार मामले की सुनवाई शुरू की. 7 मार्च को बेंच ने कहा कि "नीट और अन्य परीक्षाओं के लिए आधार अनिवार्य नहीं हो सकता". 10 मई 2018 को सुप्रीम कोर्ट ने मामले पर फैसले को सुरक्षित रख लिया था. जिसे 26 सितम्बर को सुनाया गया.
11)आधार का अर्थ नींव’ होता है. फिलहार श्री पंकज कुमार यूआईडीएआई/आधार के सीईओ हैं. 29 सितंबर, 2010 को, महाराष्ट्र राज्य के नंदुरबार जिले की रंजना सोनवणे आधार कार्ड प्राप्त करने वाली पहली भारतीय बनीं थीं.
आधार के नियम में नया बदलाव
केंद्र सरकार ने आधार के नियम में कुछ बदलाव किए हैं. जिसके तहत जब भी किसी व्यक्ति को आधार नंबर पाए हुए 10 साल हो जाए तो उसे अपडेट करना होगा. आप ऑनलाइन ही इसे अपडेट कर सकते हैं. इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने अपने नोटिफिकेशन में कहा है कि आधार अपडेट होने से केंद्रीय पहचान डाटा भंडार में यूजर्स से जुड़ी जानकारी सटीक उपलब्ध रहेगी. आधार कार्ड होल्डर इसके नामांकन की तारीख में हर 10 साल पूरे होने पर पहचान पत्र और एड्रेस प्रूफ वाले दस्तावेजों के सहारे अपने आधार को अपडेट करा सकते हैं.आपको बता दे कि डिटेल्स को लेकर रेगुलेशन और प्रोविजन में भी बदलाव किया गया है.
आधार कार्ड पर कानून सख्त
यूआईडीएआई की वेबसाइट पर मौजूद जानकारी के अनुसार अगर कोई व्यक्ति आधार का गलत इस्तेमाल करता है. तो उसपर जुर्माना लग सकता है और जेल की सजा हो सकती है.
आधार एक्ट- 2016 में अपराध और दंड के लिए नियम बनाए गए हैं. इसके अनुसार अगर आधार यूजर्स डेमोग्राफिक या बायोमेट्रिक में गलत जानकारी देता है तो उसे तीन साल की जेल और 10 हजार रुपए का जुर्माना लगाया जा सकता है.
अगर Aadhaar कार्ड होल्डर आधार नंबर को बदलता है या बदलने की कोशिश करता. साथ ही अगर वह आधार में डेमोग्राफिक डाटा और बायोमेट्रिक डेटा को बदलने की कोशिश करता है तो दोषी पाए जाने पर भी 3 साल की जेल और 10,000 रुपए का जुर्माना लगेगा.
इसके अलावा आधार यूजर्स की नामांकन / प्रमाणीकरण के दौरान इकट्ठा की गई जानकारी को किसी अनधिकृत व्यक्ति को जानबूझकर या इस अधिनियम के तहत किसी समझौते या व्यवस्था के उल्लंघन में प्रसारित करने पर भी 3 साल के लिए कारावास और 10,000 रुपए का जुर्माना और एक कंपनी के लिए 1 लाख रुपए का जुर्माना लगाया जाता है.