सेवा के दिनों को याद किया, जूनियर वकीलों को जिम्मेदारी भी सौंपी, मद्रास हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस एसवी गंगापुरवाला हुए रिटायर
Chief Justice SV Gangapurwala: गुरूवार के दिन मद्रास हाईकोर्ट के वर्तमान चीफ जस्टिस संजय विजयकुमार (एसवी) गंगापुरवाला सेवानिवृत हुए. सीजे के सम्मान में फेयरवेल समारोह का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम के दौरान साथी जजों और वकीलों ने उनके कार्य और नेतृत्व को याद किया, उनके कार्यों और नेतृत्व कौशल की सराहना की. समारोह के दौरान सीजे गंगापुरवाला ने भी अपने करियर के सुखद क्षणों को सभा में मौजूद सदस्यों के साथ साझा किया.
सीजे गंगापुरवाला मद्रास हाईकोर्ट के 52वें मुख्य न्यायधीश बने. वे सीजे की भूमिका में करीब एक साल तक रहे. अपने कार्यकाल के दौरान सीजे गंगापुरवाला ने करीब 14000 मुकदमों का निपटारा किया.
सेवा के दौरान बहुत कुछ पाया: गंगापुरवाला
गुरूवार को आयोजित फेयरवेल के दौरान एसवी गंगापुरवाला ने करियर के कई महत्वपूर्ण बातों का जिक्र किया. एसवी गंगापुरवाला का ट्रांसफर बॉम्बे हाईकोर्ट से मद्रास हाईकोर्ट में सीजे के तौर पर हुआ था, जिसकी चर्चा भी चीफ जस्टिस ने की.
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सीजे ने कहा,
"बार के सभी सदस्यों और जजों ने मुझे यहां घर जैसा ही अनुभव कराया. यहां मुझे तार्किक दलीलें को सुनने को मिली है."
अपने भाषण के दौरान वे जूनियर वकीलों से उम्मीदें भी जताई. सीजे ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि वे इस अदालत की विरासत को आगे तक ले जाएंगे.
राज्य के सिटिंग मिनिस्टर के खिलाफ मुकदमा!
मद्रास हाईकोर्ट ने राज्य के सिटिंग मिनिस्टर के खिलाफ छह रिवीजन पिटीशन सुनने को बहस छिड़ी थी. बहस थी कि इस मामले की सुनवाई कौन करें? बात सर्वोच्च न्यायालय तक गई. सुप्रीम कोर्ट ने उल्टे ही इस बात की जिम्मेदारी मद्रास हाईकोर्ट को सौंप दी. मामला वापस से घर को आया देख, चीफ जस्टिस जस्टिस गंगापुर ने अपनी ही सूझबूझ से इस मसले का हल ढूंढा. जस्टिस गंगापुरवाला ने आदेश दिया कि जस्टिस आनंद वेंकटेश ने इस मामले को स्वत: संज्ञान में लिया है, अब आगे की सुनवाई भी वे ही करेंगे. चीफ जस्टिस फैसले का सम्मान करते हुए जस्टिस आनंद वेंकटेश ने इस मामले को सुना.
गेम ऑफ चांस पर लगाया बैन
हाल ही के सालों में गेम ऑफ स्किल और गेम ऑफ चांस को लेकर काफी चर्चाएं तेज थी. भारत में गेम ऑफ चांस को भी लीगल करने की मांग हो रही थी. भारत सरकार का ऑनलाइन गेम्स अधिनियम का मामला सीजे गंगापुरवाला की अदालत में भी पहुंचा. जस्टिस ने गेम में स्किल के पहलुओं को बरकरार रखा, लेकिन गेम ऑफ चांस वाले पार्ट को खारिज कर दिया. (गेम ऑफ चांस और गेम ऑफ स्किल के विवाद की कहानी फिर कभी)