Aadhaar Card को निष्क्रिय होने से बचाने के लिए 31 मार्च से पहले करें Pan Card लिंक,जानिए आसान तरीका
अगर आप आयकर विभाग की वेबसाइट पर जाकर ये लिंक करने में सहज महसूस नहीं कर रहें है तो आपके पास इससे भी आसान दूसरा तरीका भी है.
अगर आप आयकर विभाग की वेबसाइट पर जाकर ये लिंक करने में सहज महसूस नहीं कर रहें है तो आपके पास इससे भी आसान दूसरा तरीका भी है.
अपना नाम बदलना वो भी तब जब सभी दस्तावेजों पर चढ़ चुका है. इसके लिए कुछ लोग परेशान होते रहते हैं, इधर उधर चक्कर काटते रहते हैं लेकिन यह इतना भी मुश्किल नहीं है.
यौन उत्पीड़न एक जघन्य अपराध है. जिसकी शिकार महिलाएं होती रहती है. देश का कानून महिलाओं को ऐसे अपराध से बचाने के लिए और इंसाफ दिलाने के लिए हर मुमकिन कोशिश कर रहा है. ताकि ऐसे अपराधों पर रोकथाम लगाया जा सके.
चेक के अनादरण (Dishonour of Cheque) की शिकायत उस स्थान पर स्थित न्यायालय में दायर की जा सकती है जहां आदाता (Payee) का बैंक स्थित है.
अपनी पसंद के व्यक्ति से विवाह करना, प्रत्येक नागरिक का एक मौलिक अधिकार है और किसी को भी उनके मूल अधिकार में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए क्योंकि इसका मतलब भारतीय संविधान का उल्लंघन करना होगा.
हमारे आस पास अक्सर ऐसे मामले होते रहते हैं जिसका असर केवल एक व्यक्ति पर नहीं होता बल्कि पूरे समाज या शहर पर होता है. कभी कभी वो मामलें पूरे देश को प्रभावित कर जाता है. बहुत से लोगों को लगता है कि हम अदालत तब ही जा सकते हैं जब कोई अपना नुकसान हो लेकिन ऐसा नहीं है.
ग्राहकों के साथ धोखाधड़ी का मामला कोई नया नहीं है. इस तरह के अपराध को रोकने के लिए ही Consumer Court का निर्माण किया गया है.
जब किसी व्यक्ति को जमानती अपराध के लिए गिरफ्तार किया जाता है, तो उस व्यक्ति को जमानत के लिए केवल एक महत्वपूर्ण काम करना है.
जब किसी व्यक्ति को जान का खतरा होता है, तो वह आत्मरक्षा के लिए बंदूक के लाइसेंस हेतु आवेदन कर सकता है, जब किसी व्यक्ति को किसी जगह या किसी चीज की सुरक्षा करनी होती है, तब भी बंदूक का लाइसेंस लिया जा सकता है.
टेक्नॉलॉजी ने लोगों का काम आसान कर दिया तभी तो पहले जिस पासपोर्ट को बनाने में या उसे रिन्यू करने में घंटो वक्त लगता था अब चुटकियों में किया जा सकता है.
सेक्सटॉर्शन करना एक गंभीर अपराध है और इसे गंभीरता से लेना चाहिए. अगर कोई किसी को ब्लैकमेल कर रहा है, तो पीड़ित को हमेशा कानून से मदद लेनी चाहिए ना की चुपचाप सहना चाहिए.
पत्र याचिका के बारे में क्या आप जानते हैं. इसके जरिए आप सार्वजनिक हितों की रक्षा के लिए कोर्ट को पत्र लिखकर अपनी परेशानियों को कोर्ट को बता सकते हैं.
जब भी किसी व्यक्ति की मृत्यु होती है तो परिवार वाले परेशान होने लगते हैं कि आखिर आर्थिक सहायता के लिए कैसे मृतक के बैंक अकाउंट से पैसे निकाले जाए. कुछ लोगों को ये जानाकरी होती है इसलिए उन्हे परेशानी कम होती है लेकिन कुछ लोगों को जानकारी ना होने के कारण तमाम तरह की परेशानियों से जूझना पड़ता है.
किसी बच्चे को उसके साथ होने वाले दुर्व्यवहार से बचाना हर नागरिक की जिम्मेदारी है. बच्चों के साथ होने वाले छेड़छाड़, रेप, यौन उत्पीड़न, यौन शोषण और पोर्नोग्राफी जैसे जघन्य अपराधों की जानकारी होने पर शिकायत दर्ज कराना एक जागरूकग नागरिक का कर्तव्य है.
POCSO Act के तहत अपराधों को दर्ज कराने के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों प्रक्रिया उपल्बध कराई गई है, जिससे बच्चों को ऐसे अपराधों के लिए शिकायत करने में मदद मिले और उन्हें उचित न्याय मिल सके. इस प्रक्रिया में बच्चे को सुरक्षित और उनकी पहचान को पूरी तरह गोपनीय रखा जाता है.
अपराध की प्रकृति के अनुसार यदि पुलिस यथास्थिति 90 दिन या 60 दिन की निर्धारित समय सीमा के भीतर न्यायालय के समक्ष आरोप पत्र/चार्जशीट दाखिल करने में असफल रहती है तो आरोपी द्वारा जमानत साधिकार मांगी जा सकती है.
आपके द्वारा अगर कोई वाहन बेच दिया गया है लेकिन खरीदने वाले व्यक्ति ने RC को अपने नाम पर ट्रांसफर नहीं किया है और इसी बीच उस वाहन से कोई दुर्घटना हो जाती है. ऐसी स्थिती में वाहन मालिक होने के नाते पीड़ित या पुलिस आपके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए स्वतंत्र है.
फर्स्ट इनफार्मेशन रिपोर्ट यानी FIR किसी भी अपराध या वारदात की पहली जानकारी जो कोई भी व्यक्ति पुलिस के पास दर्ज कराता है. एक बार किसी पुलिस थाने में दर्ज कि गयी एफआईआर को केवल अदालत द्वारा ही रद्द कराया जा सकता है या फिर राज्य की कैबिनेट से एप्रूवल के बाद ही समाप्त किया जा सकता है.