झूठे दहेज का मामला दर्ज किए जाने पर ऐसे करें खुद का बचाव

My Lord Team

Image Credit: my-lord.in | 13 Feb, 2023

दहेज लेना अपराध है

दहेज लेना-देना या फिर उसमें शामिल होना कानूनी अपराध है. IPC की धारा 498A और दहेज निषेध अधिनियम, 1961 के तहत आरोपी को 3-5 साल की जेल और 15000 रुपए तक जुर्माना देना पड़ सकता है.

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झूठी शिकायत पर

पत्नी की झूठी शिकायत करने पर पति या तो कोर्ट पर भरोसा रखे और इंसाफ का इंतेजार करे या फिर वो खुद अपनी पत्नी के खिलाफ एक काउंटर केस दर्ज कर उसे गलत साबित करे.

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सबूत इकठ्ठा करना

धमकी देने वाले के खिलाफ सबूत इकठ्ठा करें, घर वालों पर एफआईआर दर्ज होने के तुरंत बाद अग्रिम जमानत के लिए आवेदन करें.

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एसपी को पत्र लिखें

ब्लैकमेल करने पर थाने में शिकायत दर्ज करवाए अगर पुलिस शिकायत लेने से मना करती है तो एसपी/आयुक्त को पत्र लिख कर जानकारी दें या शिकायत को पंजीकृत डाक से थाने भेजें.

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क्या है RCR

RCR (Restitution of Conjugal Rights) एक वैवाहिक मुकदमा है, जिसके तहत पति और पत्नी RCR दाखिल कर फिर से बिना किसी शर्त या समझौते के साथ में आ सकते हैं.

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IPC के तहत केस

IPC की धारा 120B में आपराधिक षड्यंत्र, धारा 167 में गलत दस्तावेज तैयार करना, धारा 191 में गलत सबूत पेश करना, धारा 500 में मानहानि, धारा 504 में जानबूझकर शांति भंग करना अपमान करना, धारा 506 में धमकी देने पर सजा, के तहत काउंटर केस दर्ज होता है.

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CrPC की धारा 227

झूठी शिकायत पर CrPC की धारा 227 के तहत पर्याप्त सबूत होने पर पत्नी द्वारा भरा गया 498A मामले को आप झूठ बता सकते हैं. सबूत ना हो तो जज इसे खारिज भी कर सकते हैं.

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झूठी शिकायत के मामले

अरनेश कुमार बनाम बिहार राज्य, 2013 राज तलरेजा बनाम कविता तलरेजा जैसे कई मामलों में कोर्ट ने पतियों को निर्दोष पाया है.

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