दहेज लेना-देना या फिर उसमें शामिल होना कानूनी अपराध है. IPC की धारा 498A और दहेज निषेध अधिनियम, 1961 के तहत आरोपी को 3-5 साल की जेल और 15000 रुपए तक जुर्माना देना पड़ सकता है.
Image Credit: my-lord.inपत्नी की झूठी शिकायत करने पर पति या तो कोर्ट पर भरोसा रखे और इंसाफ का इंतेजार करे या फिर वो खुद अपनी पत्नी के खिलाफ एक काउंटर केस दर्ज कर उसे गलत साबित करे.
Image Credit: my-lord.inधमकी देने वाले के खिलाफ सबूत इकठ्ठा करें, घर वालों पर एफआईआर दर्ज होने के तुरंत बाद अग्रिम जमानत के लिए आवेदन करें.
Image Credit: my-lord.inब्लैकमेल करने पर थाने में शिकायत दर्ज करवाए अगर पुलिस शिकायत लेने से मना करती है तो एसपी/आयुक्त को पत्र लिख कर जानकारी दें या शिकायत को पंजीकृत डाक से थाने भेजें.
Image Credit: my-lord.inRCR (Restitution of Conjugal Rights) एक वैवाहिक मुकदमा है, जिसके तहत पति और पत्नी RCR दाखिल कर फिर से बिना किसी शर्त या समझौते के साथ में आ सकते हैं.
Image Credit: my-lord.inIPC की धारा 120B में आपराधिक षड्यंत्र, धारा 167 में गलत दस्तावेज तैयार करना, धारा 191 में गलत सबूत पेश करना, धारा 500 में मानहानि, धारा 504 में जानबूझकर शांति भंग करना अपमान करना, धारा 506 में धमकी देने पर सजा, के तहत काउंटर केस दर्ज होता है.
Image Credit: my-lord.inझूठी शिकायत पर CrPC की धारा 227 के तहत पर्याप्त सबूत होने पर पत्नी द्वारा भरा गया 498A मामले को आप झूठ बता सकते हैं. सबूत ना हो तो जज इसे खारिज भी कर सकते हैं.
Image Credit: my-lord.inअरनेश कुमार बनाम बिहार राज्य, 2013 राज तलरेजा बनाम कविता तलरेजा जैसे कई मामलों में कोर्ट ने पतियों को निर्दोष पाया है.
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