किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का प्रयास अपराध है

My Lord Team

Image Credit: my-lord.in | 12 Feb, 2023

धर्मनिरपेक्ष देश

हमारा देश धर्मनिरपेक्ष है और नागरिकों को अपने धर्म के अभ्यास और प्रचार की स्वतंत्रता दी गई है, परन्तु दूसरे धर्मों का अपमान करने की स्वतंत्रता नहीं है

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IPC की धारा 297

यदि कोई जानबूझकर किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने, या उसके धर्म का अपमान करने का प्रयास करता है, तो वो कानून की नजरों में अपराधी है

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क्या कहती है धारा 297

पूजा स्थल, समाधि स्थल, या अंतिम संस्कार के निष्पादन स्थान पर अतिचार, किसी मानव शव का अपमान, या शव निष्पादन के लिए इकट्ठे लोगों को परेशान करना आदि जैसे अपराध इसके अंतर्गत आते हैं

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अपराध की श्रेणी

धारा 297 में परिभाषित अपराध एक जमानती और संज्ञेय अपराध है. और इसमें अपराधी को बिना वारंट के गिरफ्तार किया जा सकता है

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सजा का प्रावधान

यदि आरोपी व्यक्ति का दोष साबित होता हैं तो उसे एक साल की जेल या जुर्माने या दोनों की सज़ा हो सकती है

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