बलात्कार बेहद निंदनीय कर्म है और ये कृत्य समाज के खिलाफ अपराध माने जाते हैं.
Source: my-lord.inइसलिए बलात्कार के अपराध में पीड़िता और आरोपी के बीच समझौता मान्य नहीं होता है.
Source: my-lord.inमध्य प्रदेश राज्य बनाम मदनलाल मामले में सुप्रीम कोर्ट ने यह फैसला दिया है.
Source: my-lord.inसुप्रीम कोर्ट ने कहा कि यौन अपराध (Sexual Offences) किसी महिला की गरिमा और शारीरिक स्वतंत्रता का उल्लंघन करता है,
Source: my-lord.inजिसे रक्षा करना न्यायपालिका का कर्तव्य है
Source: my-lord.inसाथ ही यह अपराध केवल व्यक्तिगत रूप से नुकसान पहुंचाने का नहीं बल्कि सार्वजनिक हित के खिलाफ है.
Source: my-lord.inइसीलिए यौन अपराध के मामलो में सुलह को मान्यता नहीं दी जा सकती है.
Source: my-lord.inPOCSO Act के दर्ज मामले में आपसी सुलह मान्य नहीं होते हैं.
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