देश में भाषा को लेकर विवाद नया नहीं है और अब इसमें एक नया चैप्टर जुड़ गया है.
Source: my-lord.inमाकपा के राज्यसभा सांसद जॉन ब्रिटास ने केन्द्र सरकार से हिंदी में जवाब मिलने पर नाराजगी जाहिर की है.
Source: my-lord.inउन्होंने कहा कि केन्द्र की ओर दक्षिण के राज्यों को अंग्रेजी भाषा में जवाब देने का नियम है.
Source: my-lord.inबता दें कि मामला केन्द्रीय मंत्रालय की ओर से उनका सवाल का जवाब हिंदी में देने से जुड़ा है.
Source: my-lord.inसंविधान की आठवीं अनुसूची में अधिकारिक भाषाओं की सूची दी गई हैं, जो कि 22 है.
Source: my-lord.inअब मुद्दे की बात, संसद की कामकाजी भाषा अंग्रेजी और हिंदी है.
Source: my-lord.inवहीं, कार्यवाही के दौरान माननीय स्पीकर संसद सदस्य को अपनी मातृभाषा में बोलने की इजाजत दे सकते हैं.
Source: my-lord.inवहीं पत्राचार के लिए केन्द्रीय मंत्रालय से दक्षिण के राज्यों व केन्द्र शासित प्रदेश को अंग्रेजी में, उत्तर व मध्य के राज्यों को हिंदी में जवाब देने का नियम है.
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