लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड में क्यों दर्ज है जस्टिस बेला त्रिवेदी का नाम

Satyam Kumar

Image Credit: my-lord.in | 04 Aug, 2024

सुप्रीम कोर्ट जस्टिस बेला माधुर्य त्रिवेदी का नाम लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड में शामिल है.

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लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड की सूची बनाकर रखने वाली लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड में जस्टिस बेला एम त्रिवेदी और उनके पिता का नाम एक-साथ साल 1996 में दर्ज हुआ था.

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लिम्का ने रिकार्ड का शीर्षक दिया कि पिता-पुत्री एक ही अदालत में जज हैं.

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ये वाक्या साल 1995 की है जब जस्टिस बेला त्रिवेदी 10 जुलाई 1995 को अहमदाबाद में सिटी सिविल और सत्र न्यायालय के जज के रूप में नियुक्त हुई.

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जहां सिविल एंड सेशन कोर्ट में उनके पिता पहले से ही जज के तौर पर अपनी भूमिका निभा रहे थे.

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लिम्का बुक ऑफ इंडियन रिकॉर्ड्स ने अपने 1996 के संस्करण में इस 'फैक्ट' को एक रिकार्ड के तौर पर दर्ज किया है.

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लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स (LBR) एक सलाना प्रकाशन है जो भारतीयों द्वारा बनाए गए विश्व रिकॉर्डों की लिस्ट तैयार करता है.

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1987 से अब तक 30 से अधिक प्रकाशनों के साथ, यह भारत की पहली और सबसे लंबे समय से लगातार प्रकाशित होने वाली रिकॉर्ड बुक है.

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