सोनम वांगचुक लद्दाख से नई दिल्ली पहुंचे हैं. सोनम लगातार लद्दाख को छठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग कर रहे हैं.
Image Credit: my-lord.inसोनम का कहना है कि लद्दाख की 97% से अधिक की आबादी आदिवासी है, जिसे लेकर इसे संविधान की छठवीं अनुसूची में शामिल कर जनजातीय क्षेत्र घोषित करने की मांग है.
Image Credit: my-lord.inमांग के पीछे लद्दाख की जनजातीय क्षेत्र की आबादी, अस्मिता को संरक्षित करने की मांग है.
Image Credit: my-lord.inसाल 2019 में लद्दाख को विधानसभा रहित केन्द्र शासित प्रदेश बनाया गया है.
Image Credit: my-lord.inकेन्द्र शासित प्रदेश को केन्द्र से ज्यादा मिलेगी आय. अभी केवल अधिकृत कृषि भूमि और पार्किंग प्लेस ही आय के स्त्रोत है.
Image Credit: my-lord.inअब समाजिक कार्यकर्ता ने मांग की कि लद्दाख को जनजातीय क्षेत्र के रूप में मान्यता देने के लिए संविधान की छठवीं अनुसूची में शामिल किया जाए.
Image Credit: my-lord.inसंविधान की छठवीं अनुसूची पुर्वोत्तर राज्यों को विशेषाधिकार देती है. और अब तक पूर्वोत्तर के बाहर के किसी भी राज्य को छठवीं अनुसूची में शामिल नहीं किया गया है.
Image Credit: my-lord.inदेश के बाकी हिस्सों के लिए संविधान की पांचवी अनुसूची का जिक्र है.
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