गैग आर्डर अदालत द्वारा दिया जाता है.
Source: my-lord.inगैग आर्डर के अनुसार किसी सूचना, जानकारी या घटनाओं को सार्वजनिक रूप से शेयर करने पर मना किया जाता है.
Source: my-lord.inप्रज्वल रेवन्ना ने पिछले साल अपने खिलाफ ऐसे ही वीडियो पर रोक लगाया था.
Source: my-lord.inप्रज्वल रेवन्ना ने बेंगलुरू की कोर्ट से गैग आर्डर हासिल किया था.
Source: my-lord.inकोर्ट ने इस तरह की वीडियो के प्रकाशन, अपलोड करने पर रोक लगाई थी.
Source: my-lord.inप्रज्वल रेवन्ना ने दावा किया था कि ये वीडियो फेक हैं और बनाए गए हैं.
Source: my-lord.inबता दें कि करीब 2900 के करीब वीडियो लोकसभा चुनाव के ठीक पहले वायरल हुआ है.
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