प्लेसेस ऑफ वार्शिप एक्ट की इन धाराओं की वैधता पर SC करेगा विचार

Satyam Kumar

Image Credit: my-lord.in | 16 Dec, 2024

प्लेसेस ऑफ वार्शिप एक्ट, 1991

हाल ही में सुप्रीम कोर्ट प्लेसेस ऑफ वार्शिप एक्ट, 1991 को चुनौती देने और उसे बरकरार रखने की मांग से जुड़ी छह याचिकाओं पर सुनवाई की है.

Image Credit: my-lord.in

मस्जिदों के नीचे मंदिर होने के दावे

सुप्रीम कोर्ट ने याचिका पर संज्ञान लेते हुए मस्जिदों के नीचे मंदिर होने के दावे से जुड़े नए मुकदमों को दर्ज करने से इंकार कर दिया है.

Image Credit: my-lord.in

धार्मिकों स्थलों के चरित्र परिवर्तन पर रोक

याचिकाकर्ताओं ने दावा किया कि कानून हिंदू, सिख, बौद्ध और जैन समुदाय को अपने उन पवित्र स्थलों पर दावा करने से रोकता है, जिनकी जगह पर जबरन मस्जिद, दरगाह या चर्च बना दिए गए थे.

Image Credit: my-lord.in

वार्शिप एक्ट, 1991 की धारा 3 और 4

अब सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि वे प्लेसेस ऑफ वार्शिप एक्ट, 1991 अधिनियम की धारा 3 और 4 की सीमाओं और विस्तार के संबंध में कई महत्वपूर्ण सवालों पर विचार करेगा.

Image Credit: my-lord.in

वार्शिप एक्ट की धारा 3

प्लेसेस ऑफ वार्शिप एक्ट की धारा 3, धार्मिक संस्थानों के चरित्र बदलाव पर रोक लगाती हैं.

Image Credit: my-lord.in

वार्शिप एक्ट की धारा 4

वहीं अधिनियम की धारा 4, किसी संस्थान के धार्मिक चरित्र के बदलाव में अदालत को सुनवाई करने से रोकती है.

Image Credit: my-lord.in

केन्द्र सरकार से मांगा जबाव

सुप्रीम कोर्ट ने पहली सुनवाई में केन्द्र सरकार को इस अधिनियम से जुड़ी याचिकाओं पर अपना रूख स्पष्ट करने को कहा है.

Image Credit: my-lord.in

पढ़ने के लिए धन्यवाद!

Next: संसद की सुनवाई स्थगित करने का नियम

अगली वेब स्टोरी