SC ने बताया दूसरी FIR तब ही होगी मान्य जब ये हों कारण!

Satyam Kumar

Image Credit: my-lord.in | 20 Feb, 2025

दूसरी FIR

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि किसी दूसरे अपराध के लिए दूसरी एफआईआर दर्ज की जा सकती है, जबकि उसी अपराध के लिए दूसरी एफआईआर दर्ज नहीं की जा सकती.

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एक मामले में दूसरी FIR

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि एक अपराध के लिए दूसरी एफआईआर तभी दर्ज की जाएगी,

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ये परिस्थिति हो

जब मामले में जवाबी शिकायतें, केस का अलग दायरा, बड़ी साजिशों का खुलासा, नए तथ्य या अलग-अलग घटनाएं शामिल हैं.

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सुप्रीम कोर्ट ने जारी किए दिशानिर्देश

सुप्रीम कोर्ट ने संबंधित मामले में दूसरी FIR दर्ज करने को लेकर कुछ दिशानिर्देश जारी किए हैं,

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जब आरोप अलग हो

दूसरी FIR की अनुमति तब होती है जब आरोप अलग हों या नई जानकारी मिले.

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पहले की शिकायत से अलग हो

यदि दूसरी FIR पहले की FIR के विपरीत शिकायत प्रस्तुत करती है, तो अनुमति है.

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पहली घटना षडयंत्र का हिस्सा

जब जांच या अन्य उपायों से पहले की FIR एक बड़े षड्यंत्र का हिस्सा होने का पता चलता है, तो दूसरी FIR पंजीकरण की अनुमति है.

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अपराध एक, घटना अलग-अलग

अलग घटनाओं के लिए FIR दर्ज की जा सकती है, भले ही अपराध समान हों.

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