एमपी बोर्ड की परीक्षा में सही उत्तर पर लिखने पर भी कटे मार्क्स, हाईकोर्ट ने मांगा जवाब

Satyam Kumar

Image Credit: my-lord.in | 16 Sep, 2024

मध्य प्रदेश हाईकोर्ट

हाल ही एक मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने शिक्षा विभाग के सचिव व संबंधित अधिकारियों से जवाब की मांग की है.

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मॉडल आंसर शीट

हाईकोर्ट ने पूछा कि जब आंसर मॉडल शीट के अनुसार लिखे गए थे, तो छात्रों के मार्क्स क्यों काटे गए.

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दसवीं बोर्ड की परीक्षा

छात्रा ने वर्ष 2024 में माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा आयोजित 10वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा दी थी.

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संस्कृत की आंंसर कॉपी

परीक्षा में उसे 91 प्रतिशत अंक प्राप्त हुए थे और संस्कृत में छात्रा को 76 अंक थे. छात्रा ने अंकों का पुर्नमूल्यांकन के लिए आवेदन किया.

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उत्तर पुस्तिका की जांच

पुर्नजांच में छात्रा की उत्तर पुस्तिका की पुनर्गणना करके दो अंक बढ़ा दिए.

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मॉडल आंसर

उसके बाद छात्रा ने पुन: आवेदन कर मॉडल आंसर की मांग की, जिससे पता चला कि छात्रा के आंसर और मॉडल आंसर एक-जैसे हैं. हालांकि विभाग ने दोबारा पुर्नमूल्यांकन करने से मना कर दिया.

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पिता ने दायर की याचिका

जिसके बाद छात्रा के पिता ने मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने याचिका दायर कर राहत की मांग की.

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नोटिस जारी

अब हाईकोर्ट ने शिक्षा विभाग के सचिव को नोटिस जारी किया है.

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