वैवाहिक रिश्ते को समाप्त करने के लिए तलाक लेने की प्रक्रिया है.
Source: my-lord.inतलाक पाने की प्रक्रिया कई धर्मों में अलग-अलग होती है. आज हम हिंदू विवाह अधिनियम के अनुसार तलाक पाने की प्रक्रिया के बारे में बताने जा रहे हैं..
Source: my-lord.inअदालत से तलाक मामले की सुनवाई के दौरान गुजारा-भत्ता व बच्चे की कस्टडी आदि पर भी मसलों का हल सुलझाती है.
Source: my-lord.inतलाक के लिए दो तरीके है. पहला- सहमति से दूसरा-एकतरफा आरोप लगाकर.
Source: my-lord.inसहमति से तलाक पाने के लिए पति-पत्नी दोनों में से किसी एक को परिवारिक न्यायालय (Family Court) में वाद दायर करनी होती है.
Source: my-lord.inवाद पर सुनवाई करने के लिए अदालत दूसरे पक्ष को सम्मन भेजती है.
Source: my-lord.inसुनवाई के बाद अदालत फैसला सुनाने से पहले दोनों पक्ष को आपसी सहमति बनाने के लिए छह महीने का समय देती है.
Source: my-lord.inवहीं अदालत को लगता है कि दोनों पक्ष के बीच वैवाहिक रिश्ते समाप्त हो चुके हैं तो वे विवाह को समाप्त करने की इजाजत दे सकती है.
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