भारत के सीजेआई और सुप्रीम कोर्ट जस्टिस संजीव खन्ना आज रिटायर हो रहे हैं.
Image Credit: my-lord.inभले ही उनका ये कार्यकाल छह महीने का रहा हो, लेकिन उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में मामलों की सुनवाई और एडमिनिस्ट्रेशन बखूबी से संचालन किया.
Image Credit: my-lord.inसीजेआई संजीव खन्ना के कार्यकाल के दौरान ज्यूडिशियरी पर भी कई आरोप लगे, जैसे जस्टिस यशवंत वर्मा का मामला हो या विधायिका-कार्यपालिका के काम में हस्तक्षेप करने का,
Image Credit: my-lord.inसीजेआई संजीव खन्ना का कार्यकाल एक आदर्श कार्यकाल माना जाएगा. CJI यानि मास्टर ऑफ रोस्टर के तौर पर जस्टिस संजीव खन्ना ने सुप्रीम कोर्ट में ये अहम बदलाव लाए,
Image Credit: my-lord.inउन्होंने अर्जेंट मामलों की हियरिंग को मौखिक रूप से सुनवाई देने के बजाय लिखित रूप में आवेदन करने का प्रावधान किया.
Image Credit: my-lord.inनियमित, अर्जेंट और नए मामलों की सनवाई के लिए दिन को तय किया, जिससे मुकदमे की कार्यवाही सुचारू रूप से चले.
Image Credit: my-lord.inबता दें कि जस्टिस संजीव खन्ना ने CJI के तौर पर कॉलेजियम की प्रक्रिया और जजों की नियुक्ति की प्रक्रिया और पारदर्शी बनाते हुए काम-काज का ढांचा पब्लिक डोमेन में रखा,
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