मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के बार एसोसिएशन ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और सीजेआई संजीव खन्ना को चिट्ठी लिखी है.
Source: my-lord.inचिट्ठी में उन्होंने मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के परिसर में हनुमान मंदिर को ध्वस्त करवाने वालों पर कार्रवाई करने की मांग की है.
Source: my-lord.inबार एसोसिएशन ने चिट्ठी में दावा किया कि वर्तमान चीफ जस्टिस सुरेश कुमार कैत ने इसे ध्वस्त करवा दिया है.
Source: my-lord.inबता दें कि इसी साल सितंबर में जस्टिस सुरेश कुमार कैत को मध्य प्रदेश हाईकोर्ट का चीफ जस्टिस बनाया गया है.
Source: my-lord.inइससे पहले वह दिल्ली हाईकोर्ट में जस्टिस के रूप में कार्यरत थे, आइये जानते हैं उनके करियर में अब तक का सफर....
Source: my-lord.in24 मई, 1963 को हरियाणा के कैथल जिले के गांव काकौत में जन्मे जस्टिस सुरेश कुमार कैत ने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से मानविकी में स्नातक किया.
Source: my-lord.in24 मई, 1963 को हरियाणा के कैथल जिले के गांव काकौत में जन्मे जस्टिस सुरेश कुमार कैत ने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से मानविकी में स्नातक किया.
Source: my-lord.inकुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से राजनीतिक विज्ञान में पीजी करने के दौरान, वे छात्र संघ के संयुक्त सचिव चुने गए.
Source: my-lord.inइसके बाद उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के कैंपस लॉ सेंटर से कानून में स्नातक की डिग्री प्राप्त की और 1989 में वकील के रूप में रजिस्ट्रेशन कराया.
Source: my-lord.inइस दौरान उन्होंने यूपीएससी और रेलवे के लिए पैनल वकील/वरिष्ठ वकील के रूप में कार्य किया.
Source: my-lord.in2004 में केंद्र सरकार के स्थायी वकील के रूप में नियुक्त किया गया सितंबर 2008 में उन्हें दिल्ली हाईकोर्ट का एडिशनल जज बनाया गया,
Source: my-lord.in12 अप्रैल 2016 को तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के उच्च न्यायालय में स्थानांतरित किया गया और 12 अक्टूबर 2018 को दिल्ली उच्च न्यायालय में वापस स्थानांतरित किया गया.
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