संविधान दिवस पर के मौके पर राष्ट्रपति ने संसद के दोनों सदनों को संबोधित किया है.
Source: my-lord.inअपने वक्तव्य के दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संविधान को देश का सबसे पवित्र ग्रंथ बताया है.
Source: my-lord.inराष्ट्रपति ने आगे कहा कि संविधान, हमारे लोकतांत्रिक गणतंत्र की सुदृढ़ आधारशिला है.
Source: my-lord.inहमारा संविधान, हमारे सामूहिक और व्यक्तिगत स्वाभिमान को सुनिश्चित करता है.
Source: my-lord.inराष्ट्रपति ने कहा कि संविधान ने समाजिक न्याय के लिए देश को नई दिशा प्रदान की है.
Source: my-lord.inसंविधान की भावना के अनुसार कार्यपालिका, विधायिका और न्यायपालिका का दायित्व मिल-जुलकर नागरिकों के जीवन को सुगम बनाना है.
Source: my-lord.inदेश के संविधान में प्रत्येक नागरिक के मौलिक कर्तव्य स्पष्ट रूप से परिभाषित हैं, जिसमें देश की एकता और अखंडता की रक्षा करने, सौहार्द्र बढ़ाने एवं महिलाओं की गरिमा बनाकर रखने पर जोर दिया गया है.
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