CJI का युवा वकीलों को संदेश, अगर एक मुकदमा अपने लिए लड़े, तो दूसरा समाज के लिए भी लड़े

Satyam Kumar

Image Credit: my-lord.in | 21 Feb, 2025

CJI Sanjiv Khanna

आज सीजेआई संजीव खन्ना ने एडवोकेट ऑन रिकार्ड की परीक्षा में पास हुए लॉ ग्रेजुएट से मुखातिब हुए.

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नए AOR

सीजेआई ने नए एडवोकेट ऑन रिकार्ड से अपील किया कि वे अपने प्रोफेशनल लाइफ में सामाजिक न्याय के मामलों को शामिल करें.

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Supreme court

एडवोकेट-ऑन-रिकॉर्ड (AOR) की भूमिका कानूनी प्रणाली में अत्यंत महत्वपूर्ण है और सुप्रीम कोर्ट उनसे बहुत अपेक्षाएं रखता है.

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एक मुकदमा पेट तो दूसरा समाज के लिए

अगर आप एक मुकदमा अपना घर चलाने के लिए लेते हैं, तो एक मुकदमा समाज के लिए भी लें. इससे आपका प्रो बोनो (समाजिक भलाई के लिए) केसेस का रिकॉर्ड बनेगा.

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तीन पन्नों का आर्गुमेंट तीन पैराग्राफ में

सीजेआई ने एक वाक्या साझा किया कि एक बार उन्होंने एक विदेशी मामले के लिए तीन पन्नों का आर्गुमेंट तैयार किया था, जिसे उन्हें वापस लौटाते हुए बताया गया कि उसे तीन पैराग्राफ में बदल दिया गया.

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स्पष्ट और संक्षिप्त दलील

सीजेआई ने नए AOR का मार्गदर्शन करते हुए कहा कि अपने दलीलों को संक्षिप्त बनाते हुए स्पष्ट रूप से रखें.

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Torchbearers

इस दौरान पीठ में मौजूद जस्टिस केवी विश्वनाथन ने भी वकीलों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि आप अब कानूनी बिरादरी को दिशा दिखानेवाले की तरह हैं.

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AOR की भूमिका

एडवोकेट ऑन रिकार्ड (AOR) की परीक्षा पास करनेवाले लॉ ग्रेजुएट सुप्रीम कोर्ट में मुकदमा फाइल कर सकते हैं.

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