आज सीजेआई संजीव खन्ना ने एडवोकेट ऑन रिकार्ड की परीक्षा में पास हुए लॉ ग्रेजुएट से मुखातिब हुए.
Image Credit: my-lord.inसीजेआई ने नए एडवोकेट ऑन रिकार्ड से अपील किया कि वे अपने प्रोफेशनल लाइफ में सामाजिक न्याय के मामलों को शामिल करें.
Image Credit: my-lord.inएडवोकेट-ऑन-रिकॉर्ड (AOR) की भूमिका कानूनी प्रणाली में अत्यंत महत्वपूर्ण है और सुप्रीम कोर्ट उनसे बहुत अपेक्षाएं रखता है.
Image Credit: my-lord.inअगर आप एक मुकदमा अपना घर चलाने के लिए लेते हैं, तो एक मुकदमा समाज के लिए भी लें. इससे आपका प्रो बोनो (समाजिक भलाई के लिए) केसेस का रिकॉर्ड बनेगा.
Image Credit: my-lord.inसीजेआई ने एक वाक्या साझा किया कि एक बार उन्होंने एक विदेशी मामले के लिए तीन पन्नों का आर्गुमेंट तैयार किया था, जिसे उन्हें वापस लौटाते हुए बताया गया कि उसे तीन पैराग्राफ में बदल दिया गया.
Image Credit: my-lord.inसीजेआई ने नए AOR का मार्गदर्शन करते हुए कहा कि अपने दलीलों को संक्षिप्त बनाते हुए स्पष्ट रूप से रखें.
Image Credit: my-lord.inइस दौरान पीठ में मौजूद जस्टिस केवी विश्वनाथन ने भी वकीलों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि आप अब कानूनी बिरादरी को दिशा दिखानेवाले की तरह हैं.
Image Credit: my-lord.inएडवोकेट ऑन रिकार्ड (AOR) की परीक्षा पास करनेवाले लॉ ग्रेजुएट सुप्रीम कोर्ट में मुकदमा फाइल कर सकते हैं.
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