Child Marriage: बचपन में शादी तय करने की प्रथा होगी बैन?

Satyam Kumar

Image Credit: my-lord.in | 19 Oct, 2024

सुप्रीम कोर्ट

बाल विवाह मामले में सुप्रीम कोर्ट ने कानून का सख्ती से पालन नहीं होने पर नाराजगी जाहिर की है.

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बाल विवाह रोकथाम (संशोधन) अधिनियम

जिसे लेकर सुप्रीम कोर्ट ने केन्द्र सरकार को बाल विवाह रोकथाम अधिनियम (PCMA) संशोधन कानून में खामियों को दूर करने को कहा है.

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बचपन में शादी तय करने की प्रथा

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि कानून में बचपन में शादी तय करने की प्रथा पर रोक लगाने को लेकर कोई प्रावधान है,

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पसंद का साथी चुनने का अधिकार

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि बचपन में शादी तय करने से ही बच्चों के पसंद का साथी चुनने के अधिकार का उल्लंघन होता है.

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बाल विवाह जैसी कुरूतियां

और बचपन में ही शादी तय करने की प्रथा से बाल विवाह जैसी कुरीतियां अभी भी बनी हुई है,

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केन्द्र को सुझाव

संसद को बाल विवाह रोकथाम अधिनियम संशोधन कानून में इसे गैर-कानूनी घोषित करने की जरूरत हैं.

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पर्सनल लॉ पर भी होगा लागू

बाल विवाह पर रोक लगाने के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने पर्सनल लॉ की स्वायत्ता से इंकार जताई है.

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सभी धर्मों पर होगा लागू

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि बाल विवाह रोकथाम कानून सभी धर्मों पर समान रूप से लागू होगा.

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पढ़ने के लिए धन्यवाद!

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