2 पत्नी को गुजारा भत्ता पाने का अधिकार अदालत ने साफ किया ऐसा संभव है कि जब पत्नी के पास अपने पति से अलग रहने का वैध कारण हो.
3 अदालत का नहीं माना आदेश सुप्रीम कोर्ट को इस मामले में विचार करना था कि क्या पति वैवाहिक अधिकारों की बहाली के आदेश के बाद पत्नी को भरण-पोषण देने से मुक्त हो जाता है.
4 परिस्थितियों पर आधारित हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा कि इस विषय पर कोई सख्त नियम नहीं हो सकता और यह हमेशा परिस्थितियों पर निर्भर करेगा.
5 तलाक का मामला साल 2014 के इस मामले में पत्नी ने तलाक व दस हजार गुजारा भत्ता की मांग को लेकर फैमिली कोर्ट गई,
6 हाई कोर्ट पहुंचा मामला जिसे पति ने हाई कोर्ट में चुनौती दी, पति की मांग को सही ठहराते हुए हाईकोर्ट ने पत्नी को वापस से ससुराल जाने का आदेश दिया.
7 गुजारा भत्ता पाने का अधिकार जिसे पत्नी ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी. शीर्ष अदालत ने पत्नी को राहत देते हुए पति को गुजारा भत्ता देने का आदेश दिया है.