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HC: पति को सुधारने के लिए पत्नी का 'झूठा मुकदमा' दर्ज कराना क्रूरता

पत्नी ने अदालत के सामने दावा किया कि उसने झूठा मुकदमा अपने पति को सुधारने के लिए किया, लेकिन बॉम्बे हाईकोर्ट ने तलाक के खिलाफ उसकी अपील खारिज करते हुए कहा कि पत्नी के झूठे आरोपों से पति और परिवार को मानसिक क्रूरता का सामना करना पड़ा है.

Written By Satyam Kumar Published : January 14, 2025 2:24 PM IST

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तलाक के खिलाफ अपील खारिज

बॉम्बे हाईकोर्ट ने हाल ही में पत्नी की तलाक मामले में अपील खारिज किया. पहले फैमिली कोर्ट ने पति के तलाक मामले को स्वीकृति दी थी.

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पत्नी ने झूठे मुकदमे का लिया सहारा

इस मामले में पहले पत्नी ने पति के खिलाफ झूठी शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद पति ने तलाक की मांग की.

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पति को सुधारने के लिए

हालांकि, पत्नी ने अदालत के सामने दावा किया कि वे अपने पति को सुधारने के लिए ऐसा किया है,

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मानसिक क्रूरता

लेकिन बॉम्बे हाईकोर्ट ने अपील खारिज करते हुए कहा कि पत्नी के झूठे आरोपों से पति और परिवार को मानसिक क्रूरता का सामना करना पड़ा है.

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विश्वास और सम्मान

झूठे मुकदमे पति-पत्नी के बीच विश्वास और सम्मान को ठेस पहुंचाते हैं, जो पति-पत्नी के बीच रिश्ते को बनाए रखना आवश्यक है.

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तलाक का फैसला बरकरार

अदालत ने तलाक का फैसला बरकरार रखते हुए कहा कि पत्नी द्वारा कराए झूठे मुकदमे तलाक के लिए प्रर्याप्त आधार बनाते है.