इस तरह के अपराध आईटी एक्ट और भारतीय दंड संहिता के अंतर्गत आते हैं. आइए डाले नज़र
Image Credit: my-lord.inअगर कोई कंप्यूटर सोर्स डॉक्टूमेंट्स के साथ छेड़छाड़ करते हुए पकड़ा जाता है तो उसे 3 साल तक की सजा और/या 2 लाख रुपये तक का जुर्माना हो सकता है
Image Credit: my-lord.inकंप्यूटर सिस्टम के साथ हैकिंग या नेटवर्क का अनऑथराइज्ड इस्तेमाल करने पर 3 साल तक की कैद और/या 5 लाख रुपये तक का फाइन लग सकता है
Image Credit: my-lord.inकंप्यूटर रिसोर्स का इस्तेमाल करके लोगों के साथ फ्रॉड करने पर 3 साल तक की कैद और/या 1 लाख रुपये तक का जुर्माना हो सकता है
Image Credit: my-lord.inनिजी क्षेत्रों की फोटो लेना, किसी व्यक्ति की सहमति के बिना उन्हें पब्लिश करने पर अपराधी को 3 साल तक की कैद और/या 2 लाख रुपये तक का जुर्माना लग सकता है
Image Credit: my-lord.inसाइबर टेरर एक्ट के तहत दोषी पाए जाने पर आजीवन कारावास की सजा मिल सकती है
Image Credit: my-lord.inइलेक्ट्रॉनिक तरीका अपनाकर अश्लील मेसेज पब्लिश करने पर आरोपित को 5 साल तक की कैद और 10 लाख रुपए तक का जुर्माना लग सकता है
Image Credit: my-lord.inकई साइबर क्राइम चोरी के मोबाइल, कंप्यूटर या चोरी के डाटा का इस्तेमाल करके किए जाते हैं. इसके तहत 3 साल तक की सजा और/या जुर्माना लगाया जा सकता है
Image Credit: my-lord.inफेक वेबसाइट बनाने, साइबर फ्रॉड जैसे साइबर क्राइम करने पर आईपीसी के इस सेक्शन के तहत 7 साल की जेल और या जुर्माना लग सकता है
Image Credit: my-lord.inझूठे इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड बनाना या ईमेल स्पूफिंग भी अपराध है जिसके लिए इस सेक्शन के तहत 7 साल तक की कैद और/या जुर्माने की सजा है
Image Credit: my-lord.inफ्रॉड के लिए जालसाजी या false document बनाने के आरोपी पाए जाने पर 7 साल तक की कैद और/या जुर्माना हो सकता है
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