मुस्लिम कानून के तहत "हिबा" को एक उपहार के रूप में दर्शाया गया है. मुस्लिम कानून के तहत संपत्ति को स्थानांतरित करने के कई तरीके हैं, जिसमे "हिबा" भी एक माध्यम है.
Image Credit: my-lord.inहिबा या तो लिखित या मौखिक रूप से बनाया जा सकता है, लेकिन हिबा के रूप में दी गई संपत्ति या सामग्री स्पष्ट होनी चाहिए और इसमें कोई भ्रम या अस्पष्टता नहीं होनी चाहिए.
Image Credit: my-lord.inहिबा लेने वाले की स्वीकृति होनी चाहिए. हालांकि, जब अभिभावक से बच्चे को हिबा दिया जाता है, तो बच्चे द्वारा स्वीकृति आवश्यक नहीं है परन्तु नाबालिग के मामले में अभिभावक की स्वीकृति आवश्यक होती है.
Image Credit: my-lord.inउपहार/हिबा के रूप में दी गई संपत्ति जिसे दी जानी है उस व्यक्ति को हस्तांतरित की जानी चाहिए, उस संपत्ति के हस्तांतरण के बिना हिबा अधूरी और अमान्य होगा.
Image Credit: my-lord.inशर्तों के अनुसार हिबा देना वाला मुस्लिम हो, उसकी आयु 18 वर्ष से अधिक हो, वह उस संपत्ति का मालिक हो, स्थानांतरण बिना शर्त और तत्काल बनाकर, देने वाले की स्वतंत्र सहमति से दिया जाना आवश्यक है.
Image Credit: my-lord.inहिबा किसी ऐसे व्यक्ति को दिया जा सकता है जो मानसिक रूप से स्थिर हो, यानी मुस्लिम, गैर-मुस्लिम और किसी भी आयु का हो सकता है. 18 वर्ष से कम के मामले में हिबा कानूनी अभिभावक के अधिकार में दिया जाना चाहिए.
Image Credit: my-lord.inएक अजन्मे बच्चे के लिए हिबा अमान्य है. लेकिन अगर हिबा के निर्माण के समय बच्चा मां के गर्भ में होता है और हिबा के बनने की तारीख से 6 महीने के भीतर पैदा होता है तो ऐसा हिबा मान्य होगा.
Image Credit: my-lord.inहिबा एक से अधिक व्यक्तियों के लिए भी बनाया जा सकता है. लेकिन एक से अधिक व्यक्तियों के लिए हिबा बनाने में प्रत्येक व्यक्ति का हिस्सा पहले से स्पष्ट किया जाना जरूरी है.
Image Credit: my-lord.inहिबा वितरण करने से पहले कभी भी वापस लिया जा सकता है. परन्तु हिबा देने के बाद उसे वापस लेना केवल दो परिस्थितियों पर निर्भर करता है- अदालत के आदेश से या लेने वाले की सहमति से.
Image Credit: my-lord.inजब हिबा पति से पत्नी या पत्नी से पति को दी गई हो, और देने या लेने वाले में से किसी एक की मृत्यु हो जाए, हिबा को देने के बाद अगर उसका मूल्य बढ़ गया है तो उसे रद्द किया जा सकता हैं.
Image Credit: my-lord.inजब हिबा धार्मिक या आध्यात्मिक इरादे से दिया गया हो जैसे-किसी गरीब को देना, ताकि उसका भला हो. और वह हिबा के रूप में दी गई वस्तु नष्ट या खो जाती है, तब उसे रद्द किया जा सकता है.
Image Credit: my-lord.inपढ़ने के लिए धन्यवाद!