Financial Emergency किन परिस्थितियों में लागू की जाती है?

My Lord Team

Image Credit: my-lord.in | 13 Jun, 2023

देश में आपातकाल की स्थिति

भारतीय संविधान के तहत, देश में इमरजेंसी या आपातकाल की स्थिति तब आती है जब या तो सरकार को देश के अंतर्गत विद्रोह, बाहरी आक्रमण या फिर वित्तीय संकट का सामना करना पड़ता है

Image Credit: my-lord.in

केंद्र का सभी प्राधिकरणों पर अधिकार

आपातकाल की स्थिति में केंद्र सरकार देश को इस स्थिति से बाहर निकालने के प्रयासों के तहत उन सभी प्राधिकरणों पर अधिकार प्राप्त हो जाता है जो देश के लिए निर्णय लेने के लिए सशक्त होते हैं

Image Credit: my-lord.in

वित्तीय आपातकाल

भारतीय संविधान के अनुच्छेद 360(1) के तहत, अगर राष्ट्रपति को ऐसा लगता है कि देश की वित्तीय स्थिरता या देश के क्रेडिट को खतरा है, तो वो वित्तीय आपातकाल की घोषणा कर सकते हैं

Image Credit: my-lord.in

संसद के दोनों सदनों की स्वीकृति जरूरी

संविधान के अनुच्छेद 360(2) के तहत राष्ट्रपति की इस वित्तीय आपातकाल की घोषणा को संसद के दोनों सदनों के समक्ष रखना होगा और उनकी स्वीकृति जरूरी है। वित्तीय आपातकाल के जारी किये जाने के दो महीने के अंदर अगर इसे संसद के दोनों सदन मंजूरी दे देते हैं, तो इसे तब तक जारी रखा जा सकता है, जब तक इसे निरस्त नहीं किया जाता है

Image Credit: my-lord.in

वित्तीय आपातकाल का परिणाम

देश में यदि वित्तीय आपातकाल घोषित हो जाता है, तो उससे केंद्र को यह शक्ति मिलती है कि वो राज्यों को अपनी योजनाओं के आधार पर वित्तीय आदेश दें। देश के राष्ट्रपति ऐसे हालात में राज्यों को सरकारी अधिकारियों के वेतन (Salary) और भत्ते (Allowances) को सीमित करने का आदेश दे सकते हैं

Image Credit: my-lord.in

मनी बिल और दूसरे वित्तीय विधेयक

राष्ट्रपति विधान सभा से आने वाले मनी बिल और दूसरे वित्तीय विधेयक (Bills) को रिजर्व कर सकते हैं और वो सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के जज समेत अन्य केंद्र सरकार के अधिकारियों के वेतन और भत्ते को भी कम कर सकते हैं

Image Credit: my-lord.in

1991 का भारतीय आर्थिक संकट

पहली, 1991 का भारतीय आर्थिक संकट है जिसमें भारत की अर्थव्यवस्था का हाल बहुत खराब था। इस दौरान रुपये की कीमत लगातार गिरती जा रही थी और एक्सचेंज रेट पर भी इसका असर साफ नजर आ रहा था। ऐसे समय में भी भारत ने खुद को संभाला और वित्तीय आपातकाल से देश को बचा लिया

Image Credit: my-lord.in

वैश्विक बीमारी कोविड19

पहली, 1991 का भारतीय आर्थिक संकट है जिसमें भारत की अर्थव्यवस्था का हाल बहुत खराब था। इस दौरान रुपये की कीमत लगातार गिरती जा रही थी और एक्सचेंज रेट पर भी इसका असर साफ नजर आ रहा था। ऐसे समय में भी भारत ने खुद को संभाला और वित्तीय आपातकाल से देश को बचा लिया

Image Credit: my-lord.in

वैश्विक बीमारी कोविड19

दूसरी स्थिति वैश्विक बीमारी कोविड19 का समय था जब लॉकडाउन के चलते ऐसा लग रहा था कि देश में वित्तीय आपातकाल घोषित कर दिया जाना चाहिए; इसके लिए सेंटर फोर अकाउंटेबिलिटी एंड सिस्टेमैटिक चेंज (CASC) ने एक जनहित याचिका भी दायर की लेकिन उच्चतम न्यायालय ने इस याचिका को खारिज कर दिया था

Image Credit: my-lord.in

वित्तीय आपातकाल कभी नहीं घोषित हुआ

बुरी से बुरी स्थितियों में देश ने खुद को संभाला है और इसलिए आज तक भारत में कभी भी वित्तीय आपातकाल घोषित नहीं किया गया है

Image Credit: my-lord.in

पढ़ने के लिए धन्यवाद!

Next: Habeas Corpus किन परिस्थितयों में दायर की जाती है?

अगली वेब स्टोरी