कर्ज वसूली हेतु बाहुबलियों के प्रयोग पर इस HC ने दी बैंकों को चेतावनी

My Lord Team

Image Credit: my-lord.in | 25 May, 2023

मौलिक अधिकार का उल्लंघन

वित्तीय संस्थानों और बैंकों को कर्ज नहीं चुकाने वाले मालिकों के वाहन बाहुबलियों की मदद से जबरन छीनने के खिलाफ चेतावनी देते हुए पटना उच्च न्यायालय ने कहा कि इस तरह का कृत्य जीवन और आजीविका के मौलिक अधिकार का उल्लंघन है

Image Credit: my-lord.in

एकल पीठ ने बैंकों को दी चेतावनी

Patna हाई कोर्ट की एकल पीठ ने बैंकों को चेतावनी देते हुए कहा ‘‘बैंक और वित्तीय कंपनियां भारत के मौलिक सिद्धांतों और नीति के विपरीत कार्य नहीं कर सकती हैं, जिसका अर्थ है कि कोई भी व्यक्ति कानून की स्थापित प्रक्रिया का पालन किए बिना आजीविका और सम्मान के साथ जीने के अधिकार से वंचित नहीं किया जा सकता"

Image Credit: my-lord.in

संवैधानिक सीमाओं के अनुसार अधिकारों का प्रयोग

न्यायमूर्ति राजीव रंजन प्रसाद की एकल पीठ ने उक्त मामले को लेकर दायर याचिकाओं का निपटारा करते हुए कहा कि बैंकों और वित्त कंपनियों के अधिकारों को संवैधानिक सीमाओं के भीतर और कानून के अनुसार प्रयोग किया जाना चाहिए

Image Credit: my-lord.in

बाहुबलियों का वसूली एजेंट के रूप में प्रयोग पर प्रतिबंध

अदालत ने कहा, “उच्चतम न्यायालय ने अपने फैसले में तथाकथित वसूली एजेंट (रिकवरी एजेंट) के रूप में गुंडों और बाहुबलियों को भेजकर इस तरह से कब्जा करने के कृत्य पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाने की बात कही है’’

Image Credit: my-lord.in

बिहार के सभी पुलिस अधीक्षकों को निर्देश

हाई कोर्ट ने बिहार के सभी पुलिस अधीक्षकों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि किसी भी वसूली एजेंट द्वारा किसी भी वाहन को जबरन जब्त नहीं किया जाए. वसूली एजेंट द्वारा जबरन वाहनों को जब्त करने के मामलों की सुनवाई करते हुए अदालत ने 19 मई को यह फैसला सुनाया

Image Credit: my-lord.in

फाइनेंसर कानून अपने हाथों में न ले

उच्च न्यायालय ने अपने 19 मई के आदेश में कहा कि कर्ज प्रदाता (फाइनेंसर) को ऋण समझौते के तहत वाहन को फिर से हासिल करने की शक्ति मिली है, लेकिन इस शक्ति की आड़ में उसे कानून अपने हाथों में लेने की अनुमति नहीं दी जा सकती है

Image Credit: my-lord.in

पढ़ने के लिए धन्यवाद!

Next: राष्ट्रपति मुर्मू ने क्यों की CJI Chandrachud की सराहना?

अगली वेब स्टोरी