टीका, ऐसा पदार्थ है जो किसी व्यक्ति के शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को उत्तेजित कर उसे एक संक्रामक रोग के लिए प्रतिरोधी बनाता है. यह सार्वजनिक स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए अनिवार्य है.
Image Credit: my-lord.inटीकाकरण की शुरुआत सन् 1802 में हुई थी, जब मुंबई में पहली बार एक 3 साल की बच्ची को चेचक के टीके की पहली खुराक दी गई थी.
Image Credit: my-lord.inशिशुओं के लिए टीकाकरण अनिवार्य है क्योंकि उनका जीवन और भविष्य की सुरक्षा इस पर निर्भर करती है. इसलिए Vaccination Act 1880 के तहत हमारे देश में टीकाकरण नि:शुल्क कराई जाती है.
Image Credit: my-lord.inनिजी टीकाकार को छोड़कर कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा यानी Vaccine circle में बच्चे के टीकाकरण के लिए बच्चे के माता-पिता या अभिभावक से टीकाकरण कर्ता द्वारा कोई शुल्क नहीं लेगा.
Image Credit: my-lord.inस्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन चलाया जाता है, जो भारत में बच्चों और गर्भवती महिलाओं के लिए टीकाकरण कार्यक्रमों के लिए जिम्मेदार है.
Image Credit: my-lord.inसार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम, भारत सरकार की सबसे बड़ी पहल है, जो सालाना 2.67 करोड़ नवजात शिशुओं और 2.9 करोड़ गर्भवती महिलाओं को टीकाकरण के लिए लक्षित करती है.
Image Credit: my-lord.inUIP द्वारा BCG, OPV/IPV, Hepatitis B, Pentavalent,Rotavirus, pneumococcal conjugate vaccine, DPT, Tetanus, Japanese encephalitis, measles और rubella के नि:शुल्क टीके दिए जाते हैं.
Image Credit: my-lord.inलोगों को टीकाकरण का मतलब समझाने और उसके प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से हर साल 16 मार्च को राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस के तौर पर मनाया जाता है.
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