व्यक्ति जिसका डिज़ाइन उसका मूल कार्य है वही व्यक्ति डिजाइन के पंजीकरण की मांग कर सकता है हालांकि अगर किसी ने उसके लेखक से डिजाइन और उसके अधिकार खरीदे हैं, तो वह व्यक्ति उस डिजाइन के पंजीकरण की मांग भी कर सकता है.
Image Credit: my-lord.inडिजाइनर का मूल काम ऐसा होना चाहिए जो पहले से प्रकाशित न हो,भारत सरकार द्वारा प्रतिबंधित नहीं किया होना चाहिए, साथ ही डिज़ाइन अश्लीलता या किसी की भावनाओं को ठेस ने पहुचाए
Image Credit: my-lord.inजब कोई डिज़ाइनर अपने डिजाइन का रजिस्ट्रेशन करवाता है तो उसे उस डिजाइन का कॉपीराइट 10 साल के लिए मिल जाता है, जबकि डिज़ाइनर इसे 10 वर्ष ख़त्म होने से पहले एक विस्तार दाखिल करके इसे वर्षो के लिए बढ़ा सकते हैं.
Image Credit: my-lord.inअधिनियम की धारा 22 के अनुसार, किसी भी डिज़ाइन को उसके लेखक या उस व्यक्ति जिसके नाम पर यह पंजीकृत है की लिखित सहमति के बिना बेचने की अनुमति नहीं है.
Image Credit: my-lord.inयदि कोई व्यक्ति डिजाइन अधिनियम की धारा 22 का उल्लंघन करता है, तो वह वसूली ऋण के रूप में पच्चीस हजार तक की राशि का भुगतान करने के लिए उत्तरदायी होगा.
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