नेताओं के नाम अक्सर किसी ना किसी अपराध में समाने आते रहते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि उनके आपराधिक मामलों की सुनवाई के लिए भारत में विशेष अदालतें है
Image Credit: my-lord.inजिन सांसद या विधायक का नाम किसी अपराध में आता है तो उनकी सुनवाई विशेष MP-MLA कोर्ट में की जाती है
Image Credit: my-lord.inवर्ष 2017 में SC ने सांसद और विधायकों के लंबित मामलों के तेजी से निपटान के लिए देश भर में विशेष अदालत स्थापित करने का आदेश दिया था
Image Credit: my-lord.inSC के आदेश पर केंद्र ने उन राज्यों में 12 विशेष अदालत का गठन किया जहां सांसदों और विधायक से संबंधित 65 या उससे अधिक आपराधिक मामले लंबित थे, लेकिन फिर सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर साल 2018 में बिहार और केरल राज्य के MP-MLA कोर्ट को बंद कर दिया गया
Image Credit: my-lord.inमुजफ्फरनगर में 2013 के सांप्रदायिक दंगा मामले में विशेष MP/MLA कोर्ट ने भाजपा के पूर्व विधायक विक्रम सैनी समेत 27 लोगों के खिलाफ विभिन्न धर्मों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने के आरोप तय किये हैं
Image Credit: my-lord.inसाल 1991 में कांग्रेस नेता अजय राय के भाई अवधेश राय की गोली मार कर हत्या कर दी गई थी. इसमें गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी को आरोपी बनाया गया था. 32 साल बाद अंसारी को वाराणसी की एमपी एमएलए विशेष कोर्ट ने इस केस में आजीवन कारावास की सजा सुनाई
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