मुस्लिम कानून में तलाक का प्रावधान है लेकिन यह अंतिम उपाय के रूप में इस्तेमाल करने के लिए निर्धारित है जब पति पत्नी वैवाहिक बंधन में खुश न हो और जब उनका एक साथ रहना असंभव हो गया है.
Image Credit: my-lord.inमुस्लिम कानून विशेषज्ञ ने तलाक को चार श्रेणियों में बांटा है- पति द्वारा तलाक, पत्नी द्वारा तलाक, आपसी सहमति से तलाक और न्यायिक प्रक्रिया से तलाक.
Image Credit: my-lord.inमुस्लिम कानून के तहत एक पति को अपनी पत्नी को तलाक देने का अधिकार है और वह इसे चार तरीकों से कर सकता है: तलाक-ए-अहसन, तलाक़-ए-हसन, पत्नी को छोड़ना और ज़िहर.
Image Credit: my-lord.inतलाक़-ए-अहसन में तुहर की अवधि में अगर पति अपनी पत्नी को 'तलाक़', कहता है, यह व्यक्त करते हुए, की वह अपनी पत्नी को तलाक़ देगा, और वह तुहर की अवधि से इद्दत तक कोई शारिरिक संबंध नहीं बनाता तो तलाक हो जाता है.
Image Credit: my-lord.inतलाक़-ए-हसन में, पति क्रमिक रूप से तुहर की अवधि के दौरान तीन बार अपनी पत्नी को "तलाक" कहता है, और तीसरी बार तलाक बोलने पर विवाह अपरिवर्तनीय रूप से ख़त्म हो जाता है.
Image Credit: my-lord.inजब पति अपनी पत्नी को चार महीने के लिए छोड़ देता है और शपथ लेता है कि उसका उससे कोई लेना-देना नहीं है, तो चार महीने बाद शादी रद्द हो जाती है. इस तलाक में 'तलाक' शब्द का उपयोग नहीं होता.
Image Credit: my-lord.inमुस्लिम लॉ के तहत, एक पत्नी अपने पति को केवल तभी तलाक दे सकती है जब उसे उसके पति द्वारा अतीत में तलाक देने के लिए अधिकृत किया गया हो. इस तरह के तलाक को 'तौफीद' कहा जाता है.
Image Credit: my-lord.inऐसा तब होता है जब पति-पत्नी दोनों आपसी सहमति से एक-दूसरे को तलाक देने के लिए राजी हो जाते हैं. मुस्लिम कानून के अनुसार यह दो तरह से किया जा सकता है, खुला और मुबारत.
Image Credit: my-lord.inजब पत्नी के कहने पर पति अलग होने के लिए राजी हो जाता है, इस शर्त पर कि पत्नी को अपने पति को कुछ राशि देनी होगी. ऐसे में पति-पत्नी के बीच लेनदेन की शर्तों पर वह सामान्य निर्णय पे उतरते है.
Image Credit: my-lord.inमुबारत पति या पत्नी में से किसी एक के कहने पर हो सकता है, लेकिन एक बार इसे स्वीकार कर लेने के बाद, शादी ख़त्म हो जाती और यह अपरिवर्तनीय तलाक बन जाता है.
Image Credit: my-lord.inभारतीय कानून ने मुस्लिम जोड़ों के लिए प्रावधान प्रदान किए हैं, जिसमे मुस्लिम विवाह अधिनियम, 1939 के माध्यम से पति या पत्नी एक दूसरे को तलाक दे सकते है.
Image Credit: my-lord.inपढ़ने के लिए धन्यवाद!