हर एक राज्य सरकार के पास अपना एक जेल मैन्युअल होता है , जिसके तहत उनके पास जेल के अंदर कानून और नियम बदलने का अधिकार होता है. जेल मैनुअल के अनुसार, कैदियों को उनकी स्थिति और आर्थिक प्रोफ़ाइल के आधार पर 'VIP Status' के लिए आवेदन करने का अधिकार है.
Image Credit: my-lord.inवीआईपी सेल कह लिजिये या सुपीरियर क्लास सुविधा, इसमें कैदी के लिए एक मेज साथ ही सोने के लिए एक लकड़ी का तख्त, अखबार, दरी, कॉटन की चादर, मच्छरदानी, एक जोड़ी चप्पल, कूलर, बाहर का खाना या जेल में खाना अलग से भी बनाया जा सकता है.
Image Credit: my-lord.inजी हाँ पैसे देकर पाई जा सकती है वीआईपी सुविधाएं। खबरों के अनुसार, तिहाड़ जेल में कैद 'सहारा इंडिया' के चेयरमैन 'सुब्रत राय' ने कारोबार में नुकसान न हो इस वजह से उन्होंने वातानुकूलित कमरा, पश्चिमी शैली के शौचालय, मोबाइल फोन, WiFi और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की सुविधा के लिए भुगतान किया.
Image Credit: my-lord.inवर्ष 2014 में दिल्ली की तिहाड़ जेल के सुरक्षा वार्ड में बंद 175 कैदियों ने वीवीआईपी सेवा के खिलाफ विरोध जताते हुए सात दिनों तक भूख हड़ताल की थी. बंदियों ने आरोप लगाया था की पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला, यूपी के सांसद धनंजय कुमार और मनु शर्मा जैसे वीवीआईपी कैदियों को रिश्वत लेकर वीआईपी सुविधाएं मुहैया करवाई गई .
Image Credit: my-lord.inएक आम कैदी को खाने के लिए एक प्लेट, एक गिलास और सोने के लिए दरी, कंबल दिया जाता है. साथ ही सुबह 5 बजे उठा दिया जाता है और उन्हें काम पर लगा दिया जाता है जैसे कि पौधों को पानी देना, कारागार परिसर की सफाई करना, जैसे अनेक काम कराए जाते है.
Image Credit: my-lord.inकुछ जेल में कैदियों के लिए एक कैंटीन होती है,जेल में चलने वाले पैसे कूपन के रूप में होते हैं और ये अलग अलग वैल्यू के होते हैं. कूपन पुराने जमाने के सिनेमा की टिकट की तरह होते हैं और ये 1,2,5, 10, 20 की वैल्यू के होते हैं.
Image Credit: my-lord.inजेल की कैंटीन में रोज के इस्तेमाल के सामान मिलते हैं. यहां से कैदी साबुन, टूथपेस्ट, इनरवियर जैसी कई चीजें खरीदी जा सकती है. ऐसे में, इन सामानों की खरीदारी करने के लिए कूपन का इस्तेमाल किया जाता है
Image Credit: my-lord.inपढ़ने के लिए धन्यवाद!