जस्टिस मुक्ता गुप्ता ने अपने रिटायरमेंट से एक दिन पहले इतिहास रच दिया है! बता दें कि उन्होंने एक दिन में 65 मामलों में फैसला सुनाया है; बतौर जज पिछले एक साल में जस्टिस गुप्ता ने 220 से ज्यादा फैसले सुनाए हैं
Image Credit: my-lord.inआपकी जानकारी के लिए बता दें कि जस्टिस मुक्ता गुप्ता दिल्ली हाईकोर्ट की छठी सबसे सीनियर जज के रूप में रिटायर होंगी और इस समय वो उच्च न्यायालय के दस सबसे वरिष्ठ न्यायाधीशों में इकलौती महिला हैं
Image Credit: my-lord.inएक दिन के 65 फैसलों में एक कैदी के मृत्युदंड का मामला था और कुछ समय पहले उन्होंने रेप और मर्डर के मामले में दो आरोपियों को 20 साल की जेल की सजा सुनाई है
Image Credit: my-lord.inजस्टिस मुक्ता गुप्ता ने 1983 में कैम्पस लॉ सेंटर नई दिल्ली से डिग्री ली थी और 1984 में उन्होंने दिल्ली के बार काउंसिल में एनरोल किया था; 2009 में वो एडिश्नल जज बनी और 2014 में पर्मानेंट हो गईं
Image Credit: my-lord.inजस्टिस मुक्ता गुप्ता अपने सीधे और स्ट्रेटफॉरवर्ड व्यवहार के लिए जानी जाती हैं लेकिन साथ ही, उनके फैसलों और ऑर्डर्स में उनकी संवेदनशीलता भी नजर आती है
Image Credit: my-lord.inबतौर वकील, जस्टिस मुक्ता गुप्ता ने संसद और लाल किले पर हुए शूटआउट और जेसिका लाल मर्डर केस जैसे बड़े मामलों में अभियोजक के रूप में केस लड़ा है और जीती भी हैं
Image Credit: my-lord.inआपकी जानकारी के लिए बता दें कि जस्टिस मुक्ता गुप्ता सीबीआई की भी काउंसिल थीं और नेवल वॉर रूम लीक केस, प्रियादर्शिनी मट्टू मर्डर केस और मधुमिता शर्मा मर्डर केस में बहस की है
Image Credit: my-lord.inजस्टिस मुक्ता गुप्ता दिल्ली राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण की भी सदस्य रहीं और इसलिए निराश्रित महिलाओं, जूविनाइल्स और कैदियों के पुनर्वास से जुड़े मुद्दों और योजनाओं से कनेक्टेड थीं
Image Credit: my-lord.in2021 में एक घर से भागे हुए कपल ने दिल्ली हाईकोर्ट से आश्रय की मांग की थी जिसपर राज्य ने अदालत को बताया कि सेफ हाउस सिर्फ इंटर-कास्ट कपल्स के लिए है; इसपर जस्टिस गुप्ता ने कहा कि सेफ हाउस हर उस कपल के लिए है जो परिवार से परेशानियों का सामना कर रहा है
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