अकसर मार-पीट में दोनों पक्षों में किसी एक का सिर पर गंभीर चोट लग जाती है जो कि भारतीय कानून के तहत एक दंडनीय अपराध माना गया है. हम आपको बताएंगें की सिर पर वार करना क्यों दंडनीय अपराध है और ऐसा करने पर क्या है सजा
Image Credit: my-lord.inभारतीय दंड संहिता यानि IPC की धारा 320 के तहत 8 प्रकार के गंभीर अपराधों का जिक्र किया गया है, जिनमे से सिर फोड़ना यानि किसी के सिर पर जान बूझकर वार करना भी शामिल है
Image Credit: my-lord.inसिर मानव शरीर के सबसे नाजुक अंगों में से एक है. सिर पर वार करने से मनुष्य की जान तक को खतरा होता है, अतः भारतीय कानून में सर पर वार करने पर हत्या के प्रयास का मुकदमा चलाया जाता है
Image Credit: my-lord.inयदि किसी व्यक्ति के सिर पर हथियार से या किसी अन्य वास्तु से गंभीर वार किया जाता है और जो व्यक्ति वार कर रहा है वो ये जानता है कि इसके क्या परिणाम हो सकते हैं तो ऐसे मामले में उस व्यक्ति पर धारा 307 यानी हत्या के प्रयास का मुकदमा लगेगा
Image Credit: my-lord.inआपको बता दे कि हत्या का प्रयास एक सज्ञेय और गैर-जमानती अपराध है, इसलिए ऐसे मामलों में मुकदमा दर्ज होने के बाद आपसी सहमति से भी मामला नहीं सुलझाया जा सकता है. इन मामलों की सुनवाई सत्र न्यायालय यानी सेशन कोर्ट द्वारा की जाती है
Image Credit: my-lord.inअगर किसी व्यक्ति पर धारा 307 के तहत अपराध सिद्ध हो जाता है तो अपराधी को 10 वर्ष तक की सजा एवं जुर्माना दोनों एक साथ हो सकती हैं. इतना ही नहीं अगर किसी व्यक्ति को बेहद गंभीर चोटें आती है तो आजीवन कारावास तक की भी सजा हो सकती है
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