'पल्यूशन सर्टिफिकेट' बताता है कि आप देश में पर्यावरण मानकों पर खरे उतरते हैं और इन मानकों के आधार पर आपको भारत में कानूनी रूप से वाहन चलाने की अनुमति दी जाती है
Image Credit: my-lord.in'मोटर वाहन अधिनियम, 1988' के अनुसार 'पीयूसी सर्टिफिकेट' यानी 'पल्यूशन अंडर कंट्रोल सर्टिफिकेट' देश के हर उस नागरिक के पास होना अनिवार्य है जो कोई भी वाहन का मालक है
Image Credit: my-lord.inयह सर्टिफिकेट स्पष्ट करता है कि आपकी गाड़ी का उत्सर्जन स्तर (emission levels) सरकार द्वारा निर्धारित स्तर से ज्यादा नहीं है
Image Credit: my-lord.inअपने टू-व्हीलर या फोर-व्हीलर वाहन को सबसे पहले अपने नजदीकी उत्सर्जन टेस्टिंग केंद्र (emission testing centre) पर लेकर जाएं, ऑपरेटर आपके वाहन के इग्ज़ॉस्ट पाइप के अंदर टेस्टिंग डिवाइस रखकर वाहन के उत्सर्जन का विश्लेषण करेगा
Image Credit: my-lord.inटेस्टिंग के बाद आईं इमिशन रीडिंग्स के आधार पर ऑपरेटर एक नया पीयूसी सर्टिफिकेट बना देगा जिसके लिए फीस देनी होगी और फिर आप अपना पल्यूशन सर्टिफिकेट कलेक्ट कर सकते हैं
Image Credit: my-lord.inनए सर्टिफिकेट हेतु आवेदन सिर्फ ऑफलाइन होता है लेकिन अगर आपको अपने सर्टिफिकेट की कॉपी चाहिए तो आप ऐसा 'वाहन पोर्टल' पर जाकर कर सकते हैं
Image Credit: my-lord.inपढ़ने के लिए धन्यवाद!