सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जस्टिस एस अब्दुल नजीर 4 जनवरी को हुए सेवानिवृत्त . उनके जीवन से जुड़ी रोचक तथ्यों का खुलासा देश के मुख्य न्यायाधीश डी वाई चन्द्रचूड़ ने किया.
Image Credit: my-lord.inपूर्व जस्टिस नज़ीर सुप्रीम कोर्ट के एकमात्र ऐसे जज रहें जिनका पासपोर्ट भी 2019 में सुप्रीम कोर्ट जज बनने के बाद बना. सेवानिवृति से कुछ माह पूर्व वो पहली बार देश से बाहर मास्को की यात्रा पर गए थें. उन्होने 64 साल बाद की थी पहली विदेश यात्रा.
Image Credit: my-lord.inसेवानिवृति से कुछ समय पूर्व तक उनकी एकमात्र आईडी ड्राइविंग लाइसेंस और जज के रूप में बनी आईडी थी.
Image Credit: my-lord.inअल्पसंख्यक समुदाय से होने के बावजूद जस्टिस नजीर ने बहुमत की राय के साथ अयोध्या मामले में अपना रुख स्पष्ट रखा था: सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष विकास सिंह
Image Credit: my-lord.inपूर्व जस्टिस नजीर का बचपन बेहद कठिन रहा है. बचपन में समुद्र तट पर मछलियों की सफाई का काम करते थें. वो खेतों में भी कठिन मेहनत कर चुके हैं.
Image Credit: my-lord.inपूर्व जस्टिस नज़ीर का प्रशासनिक कानून, फैमिली लॉ और न्याय के दूसरे क्षेत्र में अहम योगदान रहा. उन्होंने अपने शुरुआती वर्षों में खुद गवाहों से बहस नहीं की थी फिर भी गवाहों की बहस पर कई फैसले लिखें.
Image Credit: my-lord.inवो अपने तुलु गीतों के लिए जाने जाते हैं". कॉलेज के दिनों में थिएटर के स्टूडेंट भी रहे चुके हैं. उन्होंने कई नाटकों के संवाद लिखे, दृश्यों की शूटिंग की और अपने नाटक में ही मुख्य महिला गायिका का गाना भी गाया.
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