सुप्रीम कोर्ट जस्टिस पंकज मिथल ने हाल ही में 7 जजों की बेंच में अनुसूचित जाति-जनजाति में सब-कैटेगरी के मामले में बहुत महत्वपूर्ण फैसला सुनाया है.
Source: my-lord.inसुप्रीम कोर्ट जस्टिस ने कहा कि आरक्षण केवल फर्स्ट जेनरेशन को ही मिलनी चाहिए जिससे उस कैटेगरी के अन्य पिछड़े लोगों को भी आरक्षण मिलनी चाहिए.
Source: my-lord.inराजनीतिक तौर पर बेहद संवेदनशील मसले पर जस्टिस पंकज मिथल ने जिस साफगोई से अपना फैसला सुनाया है. लोगों के बीच में जस्टिस पंकज मिथल की चर्चा हो रही है.
Source: my-lord.inवर्तमान में सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस पंकज मिथल मूलत: उत्तर प्रदेश के हैं. उनकी शुरूआती पढाई भी उत्तर प्रदेश से हुई है.
Source: my-lord.inजस्टिस ने बी.कॉम की पढ़ाई इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से की है. उसके LLB की चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से की है.
Source: my-lord.inजस्टिस पंकज मिथल थर्ड जेनरेशन लॉयर हैं. वहीं सेकंड जेनरेशन जज हैं.
Source: my-lord.inपंकज मिथल के पिता जस्टिस नरेंद्र नाथ मिथल इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज रहें. उनका कार्यकाल साल 1978 से 1992 तक रहा.
Source: my-lord.inवहीं, जस्टिस पंकज मिथल साल 2006 में इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज बनें. लेकिन वकालत की प्रैक्टिस उन्होंने साल 1985 में शुरू की थी.
Source: my-lord.inपढ़ने के लिए धन्यवाद!