गिरफ्तार व्यक्ति को दूसरे मुकदमे में अग्रिम जमानत मांग सकता है: सुप्रीम कोर्ट

Satyam Kumar

Image Credit: my-lord.in | 10 Sep, 2024

सुप्रीम कोर्ट

हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने एक अहम फैसला कहा कि किसी मामले में गिरफ्तार व्यक्ति एक दूसरे मामले में जमानत की मांग कर सकता है.

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अग्रिम जमानत मांगने का हक

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि आरोपी को किसी मामले में अग्रिम जमानत मांगने का अधिकार है, जब तक कि उसे मामले में गिरफ्तार नहीं किया जाता है.

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दूसरे मामले में अग्रिम जमानत

सीजेआई की अगुवाई वाली पीठ इस कानूनी मुद्दे पर सवाल उठाया कि क्या गिरफ्तार आरोपी को दूसरे मामले में अग्रिम जमानत दी जा सकती है.

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रेगुलर जमानत की मांग

वहीं गिरफ्तारी के बाद उसके पास केवल रेगुलर जमानत मांगने पाने के लिए आवेदन करने का उपाय बच जाता है.

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अग्रिम जमानत पर होगी सुनवाई

सुप्रीम कोर्ट ने इस दौरान ये भी कहा कि सीआरपीसी या किसी अन्य कानून में ऐसा कोई रोक नहीं है जो हाईकोर्ट या सेशन कोर्ट गिरफ्तार व्यक्ति की अग्रिम जमानत की सुनवाई पर रोक लगाता हो,

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पहले गिरफ्तारी

अदालत ने साफ तौर पर कहा कि अगर हिरासत में लिए गए व्यक्ति को जांच एजेंसी पहले गिरफ्तार कर लेती है तो उसके पास अग्रिम जमानत मांगने का अधिकार नहीं रह जाएगा,

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हिरासत मांगने का अधिकार

वहीं अगर आरोपी को पहले अग्रिम जमानत मिल जाती है तो जांच एजेंसी के पास हिरासत मांगने का अधिकार नहीं है.

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अग्रिम जमानत की मांग

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि एक मामले में हिरासत का प्रभाव दूसरे मामले में गिरफ्तारी को की आशंका खत्म नहीं होती है, इसलिए आरोपी को उस मामले में अग्रिम जमानत मांगने का हक है.

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