जस्टिस अभय एस ओका अपने न्यायोचित फैसले और संवैधानिक मूल्यों को लेकर हमेशा ही मुखर रहे हैं.
Image Credit: my-lord.inएक समारोह के दौरान जस्टिस ने अदालती कार्यक्रम के दौरान धार्मिक क्रियाकलापों को बंद करने पर काफी जोड़ दिया है.
Image Credit: my-lord.inधार्मिक रीतियों की जगह उन्होंने संवैधानिक मूल्यों पर ज्यादा जोड़ दिया है. आइये जाते हैं अभय एस ओका के बारे में...
Image Credit: my-lord.inजस्टिस अभय एस ओका का जन्म 25 मई 1960 के दिन हुआ था.
Image Credit: my-lord.inउन्होंने बॉम्बे यूनिवर्सिटी से स्नातक और LLM की डिग्री ली थी.
Image Credit: my-lord.inजस्टिस अभय ने वकील के तौर पर अपना एनरोलमेंट करवाया था.
Image Credit: my-lord.inठाणे जिला अदालत में वह अपने पिता श्रीनिवास डब्लू ओका के साथ ही प्रैक्टिस करने लगे.
Image Credit: my-lord.inवकालत के दौरान जस्टिस अभय एस ओका जनहित याचिका सहित कई अन्य मामलों लड़ने लगे.
Image Credit: my-lord.inबॉम्बे हाईकोर्ट में एडिशनल जज बनें.
Image Credit: my-lord.in12 नवंबर, 2005 के दिन उन्हें जस्टिस के तौर पर परमानेंट किया गया.
Image Credit: my-lord.in10 मई 2019 को वे कर्नाटक हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस बनाए गए.
Image Credit: my-lord.inजस्टिस अभय एस ओका ने चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया के समक्ष सुप्रीम कोर्ट जज के तौर पर ली. अपने अब तक के कार्यकाल के दौरान अभय एस ओका कई महत्वपूर्ण फैसलों से जुड़े रहें.
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