सुप्रीम कोर्ट ने अनुसूचित जाति-जनजाति के अंदर सब कैटेगरी बनाने को लेकर मंजूरी दे दी है. सर्वोच्च न्यायालय ने सब-कैटेगरी के लिए रिजर्वेशन की अनुमति दी है.
Image Credit: my-lord.inसुप्रीम कोर्ट ने इस मामले का फैसला 6:1 से फैसला सुनाया है. इसमें जस्टिस बेला एम त्रिवेदी ने साथी जजों से अलग अपना मत रखा है.
Image Credit: my-lord.inजस्टिस बेला माधुर्य त्रिवेदी ने संविधान के अनुच्छेद 341 का हवाला देते हुए कहा कि अनुसूचित जातियों की सूची राष्ट्रपति की स्वीकृति से बनाई जाती है.
Image Credit: my-lord.inइसमें राज्य कोई छेड़छाड़ नहीं कर सकता है. इसमें संशोधन केवल संसद कर सकती है. संविधान की आर्टिकल 341 इसी बात की पुष्टि की है.
Image Credit: my-lord.inजस्टिस की इस अस्वीकृति की लोगों में चर्चा है. ऐसे में जस्टिस बेला त्रिवेदी की शैक्षणिक योग्यता, वे किस संस्थान से पढ़ी है आदि हम आपको बताने जा रहे हैं.
Image Credit: my-lord.inजस्टिस बेला एम त्रिवेदी का जन्म गुजरात के पाटन जिले में हुआ था. पिता भी ज्यूडिशियल सर्विस में थे. लेकिन उनका स्थांतरण होता रहता था.
Image Credit: my-lord.inपिता की नौकरी के स्थानांतरण होने से उनकी शुरूआती शिक्षा अलग-अलग जगहों पर हुई.
Image Credit: my-lord.inउन्होंने गुजरात के वडोदरा यूनिवर्सिटी से अपनी स्नातक पास किया है.
Image Credit: my-lord.inवडोदरा के एमएस यूनिवर्सिटी से जस्टिस बेला एम त्रिवेदी ने बीकॉम और एलएलबी की पढ़ाई की है.
Image Credit: my-lord.inजस्टिस बेला एम त्रिवेदी के साथ एक रिकार्ड भी जुड़ा है जिसमें पिता-बेटी एक ही अदालत साथ कार्यरत रहें.
Image Credit: my-lord.inपढ़ने के लिए धन्यवाद!