जस्टिस अहसानुद्दीन अमानुल्लाह देश की सर्वोच्च अदालत में नियुक्त होने वाले 19 वें मुस्लिम जज है.
Image Credit: my-lord.inजस्टिस अपने फैसले से काफी चर्चा में से है. अभी वे जस्टिस हिमा कोहली के साथ पतंजलि के भ्रामक विज्ञापन के मामलों की सुनवाई कर रहे हैं.
Image Credit: my-lord.inजस्टिस अमानुल्लाह की अगुवाई वाली बेंच ने अदालत के आदेशों की अनदेखी, भ्रामक विज्ञापन पर रोक लगाने एवं फैसले के बाद प्रेस कांफ्रेस करने पर नाराजगी जताई है.
Image Credit: my-lord.inआइये जानते हैं जस्टिस अहसानुद्दीन अमानुल्लाह के अब तक की करियर के बारे में...
Image Credit: my-lord.inबिहार के एक प्रतिष्ठित मुस्लिम परिवार में जन्मे जस्टिस अमानुल्लाह का जन्म 11 मई 1963 को हुआ था.
Image Credit: my-lord.inअपनी स्कूली शिक्षा और विज्ञान में स्नातक (रसायन विज्ञान ऑनर्स) करने के बाद पटना लॉ कॉलेज से एलएलबी की डिग्री ली.
Image Credit: my-lord.inएलएलबी करने के बाद 27 सितंबर 1991 को बिहार राज्य बार काउंसिल के साथ एक वकील के रूप में रजिस्टर्ड कराया.
Image Credit: my-lord.inवे मार्च 2006 - अगस्त 2010 तक बिहार सरकार के स्थायी वकील भी रहे.
Image Credit: my-lord.in20 जून 2011 को उन्हे पटना हाईकोर्ट में जज नियुक्त किया गया. दस साल बाद उन्हें 10 अक्टूबर 2021 को आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट में ट्रांसफर किया गया.
Image Credit: my-lord.inसुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने उन्हें 20 जून 2022 को फिर से पटना हाईकोर्ट में तबादला किया.
Image Credit: my-lord.inफरवरी, 2023 से वे सुप्रीम कोर्ट के जज के रूप में नियुक्त हुए.
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