नए अपराधिक कानून में पहली बार सामुदायिक सेवा (Community Service) को सजा के तौर पर शामिल किया गया है.
Image Credit: my-lord.inसामुदायिक सेवा को सजा के तौर पर शामिल करने पर जेलो में बढ़ रही भीड़ को कम करने में सहायक होगी.
Image Credit: my-lord.inसामुदायिक सेवा का अर्थ ऐसे कार्य है जिसे अदालत द्वारा समुदाय के हित के लिए किसी दोषी व्यक्ति को सजा के रूप में देने का आदेश दिया जाता है.
Image Credit: my-lord.inबीएनएस की धारा 202: लोकसेवक, जो विधिविरूद्ध रूप से व्यापार में लगा है.
Image Credit: my-lord.inबीएनएस की धारा 209: भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, 2023 की धारा के 84 के अधीन किसी उद्-घोषणा के जवाब में गैर-हाजिरी के मामले में सामुदायिक सजा देने का प्रावधान है.
Image Credit: my-lord.inबीएनएस की धारा 226: कानून के विरूद्ध जाकर शक्ति का प्रयोग करने या प्रयोग करने से विरत रहकर आत्महत्या करने के प्रयास के मामले में सामुदायिक सेवा की सजा दी जाएगी.
Image Credit: my-lord.inबीएनएस की धारा 303(2): चोरी के मामले में जहां चोरी की गई संपत्ति का मूल्य पांच हजार रूपये से कम है और व्यक्ति को पहली बार दोषी ठहराया गया है. ऐसे मामले में आरोपी को सामुदायिक सेवा करने की सजा मिलेगी.
Image Credit: my-lord.inबीएनएस की धारा 355: मत्त (पिये हुए या मतवाला) व्यक्ति द्वारा पब्लिक प्लेस में अवचार (कदाचार, दुर्व्यवहार) करने वाले व्यक्ति को भी सामुदायिक सेवा करने की सजा दी जाएगी.
Image Credit: my-lord.inबीएनएस की धारा 356: मानहानि के मुकदमे में भी सामुदायिक सेवा करने की सजा दी जाएगी. अत: उपरोक्त मामलों में दोषी पाए जाने वाले व्यक्ति को अदालत सामुदायिक सेवा करने की सजा सुनाएगी.
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