हाल ही में सुप्रीम कोर्ट में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को जमानत देते हुए कहा कि सीबीआई को 'पिंजड़े का तोता' की धारणा को समाप्त करना होगा.
Image Credit: my-lord.inसुप्रीम कोर्ट ने अपने जजमेंट में कहा कि अब सीबीआई को यह दिखाना होगा कि अब वह ‘पिंजरे का तोता’ नहीं है.
Image Credit: my-lord.inआपको बता दें कि विपक्ष (जो भी पार्टी रहे) हमेशा ही सीबीआई को पिजड़े का तोता साबित करने पर लगी रहती है.
Image Credit: my-lord.inयह पहली बार नहीं है जब सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई की तुलना पिजड़े के तोते से की है.
Image Credit: my-lord.inआज 11 साल पहले, साल 2013 में जब सुप्रीम कोर्ट कोयला आवंटन घोटाले से जुड़े मामले की सुनवाई कर रही थी, तब भी सीबीआई को पिज़डे का तोता बताया था.
Image Credit: my-lord.inसुप्रीम कोर्ट ने मामले में सीबीआई जांच की स्टेटस रिपोर्ट से नाराजगी जताई थी, साथ ही सीबीआई को पिंजड़े का तोता बताया था.
Image Credit: my-lord.inतब सुप्रीम कोर्ट की तीन जजों पीठ में जस्टिस आरएम लोढ़ा, जस्टिस मदन बी लोकुर और जस्टिस कुरियन जोसफ शामिल थे.
Image Credit: my-lord.inअब ठीक ग्यारह साल बाद जस्टिस उज्जल भुइयां और जस्टिस सूर्यकांत की पीठ ने मामले की सुनवाई की है.
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