सुप्रीम कोर्ट में मैरिटल रेप को अपराध बनाने की मांग को लेकर कई याचिकाएं दायर की गई है.
Image Credit: my-lord.inकेन्द्र ने हलफनामा दायर करते हुए मैरिटल रेप को अपराध बनाने से इंकार किया है.
Image Credit: my-lord.inकेन्द्र ने याचिकाओं के जवाब में कहा कि देश में मैरिटल रेप कानूनी मुद्दा नहीं, समाजिक मुद्दा है.
Image Credit: my-lord.inकेन्द्र ने कहा कि अगर किसी पति को पत्नी से संबंध बनाने को बलात्कार घोषित की जाएगी तो इससे वैवाहिक संबंधों पर असर पड़ेगा.
Image Credit: my-lord.inसाल 2016 में भी केन्द्र सरकार ने मैरिटल रेप मानने से इंकार किया था,
Image Credit: my-lord.inउस वक्त भी केन्द्र सरकार ने कहा था कि देश में गरीबी और अशिक्षा व्याप्त है, विवाह से जुड़े ढ़ेरों रीति-रिवाज है,
Image Credit: my-lord.inकेन्द्र ने कहा कि देश में विवाह को एक संस्कार के तौर पर माना जाता है, इन्हीं समाजिक परिस्थितियों के वजह से भी मैरिटल रेप को अपराध घोषित नहीं किया जा सकता है.
Image Credit: my-lord.inसाथ ही केन्द्र इसी मामले की सुनवाई में दिल्ली हाईकोर्ट में तर्क दिया था कि अन्य देशों ने मैरिटल रेप को अपराध बनाया है इसलिए भारत को ऐसा करने की जरूरत नहीं है.
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