JJ Act में TC से नहीं होगा सही उम्र का फैसला!

Ananya Srivastava

Image Credit: my-lord.in | 19 Jul, 2023

ट्रांसफर सर्टिफिकेट नहीं बताएगा सही उम्र

एक मामले की सुनवाई के दौरान उच्चतम न्यायालय ने स्पष्ट किया है कि सही उम्र का पता लगाने के लिए 'किशोर न्याय अधिनियम' के तहत स्कूल ट्रांसफर सर्टिफिकेट का सहारा नहीं लिया जा सकता है

Image Credit: my-lord.in

सुप्रीम कोर्ट की पीठ ने कही ये बात

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जेजे अधिनियम के तहत टीसी का इस्तेमाल न करने की बात उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश एस रवींद्र भट्ट और न्यायाधीश अरविंद कुमार की पीठ ने कही है

Image Credit: my-lord.in

सर्वोच्च न्यायालय ने रद्द की दोषी की सजा

अदालत ने एक नाबालिग लड़की के यौन उत्पीड़न और कथित तौर पर उनके बाल विवाह को बढ़ावा देने के लिए बुक किए गए एक व्यक्ति की दोषसिद्धि और सजा को रद्द कर दिया

Image Credit: my-lord.in

SC ने रद्द किया मद्रास उच्च न्यायालय का फैसला

सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि मद्रास उच्च न्यायालय ने डॉक्टर की बात को खारिज करके कि पीड़िता की उम्र 19 साल है, स्कूल ट्रांसफर सर्टिफिकेट के आधार पर उम्र का जो फैसला किया, वो गलत था

Image Credit: my-lord.in

कैसे हो सकती है पॉक्सो एक्ट के पीड़ित की उम्र की पुष्टि?

जेजे एक्ट की धारा 94 के अनुसार अगर पॉक्सो एक्ट के तहत पीड़ित की उम्र का पता स्कूल बर्थ सर्टिफिकेट, मैट्रिकुलेशन सर्टिफिकेट या फिर पंचायत, नगरपालिका प्राधिकरण या निगम द्वारा दिए बर्थ सर्टिफिकेट का इस्तेमाल करना चाहिए

Image Credit: my-lord.in

ऐसे भी पता लगाई जा सकती है सही उम्र

ऊपर बताए गए कोई भी प्रमाण पत्र अगर नहीं हैं तो सही उम्र का पता ऑसिफिकेशन टेस्ट या कोई अन्य नवीनतम चिकित्सा आयु निर्धारण परीक्षण के जरिए भी लगाया जा सकता है

Image Credit: my-lord.in

पढ़ने के लिए धन्यवाद!

Next: कोई Agreement कब बनता है Contract? आइए जानते हैं

अगली वेब स्टोरी