बैंक मैनेजर को दो बच्चों की हत्या के मामले में फांसी की सजा सुनाई गई थी.
Image Credit: my-lord.inमामला कुछ ऐसा है कि बैंक मैनेजर, अपनी साली और उसके कलिग की दोस्ती से नाराज था,
Image Credit: my-lord.inइस बात को लेकर पत्नी से कई बार शिकायत की, लेकिन परिस्थितियां कुछ सही नही हुई
Image Credit: my-lord.inरिपोर्ट के मुताबिक, बैंक मैनेजर ने साली और सास की हत्या करने का कदम उठाया,
Image Credit: my-lord.inसाथ ही इस व्यक्ति ने अपने 10 वर्ष और 3.5 वर्ष के बच्चों को पानी के टैंक में डुबोकर हत्या कर दी.
Image Credit: my-lord.inफांसी की सजा उसे बच्चों की हत्या के मामले में दी गई थी,
Image Credit: my-lord.inजबकि बहन-इन-लॉ और मां की हत्या के लिए अलग से मुकदमा चलाया गया
Image Credit: my-lord.inफांसी की सजा में उसे हाई कोर्ट से राहत नहीं मिलने के बाद उसने इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी,
Image Credit: my-lord.inसुप्रीम कोर्ट ने निर्देश दिया कि फांसी की फंदा अभियुक्त के गले से हटा दिया जाए, उसे अपने जीवन का शेष समय जेल में ही बिताना होगा.
Image Credit: my-lord.inसुप्रीम कोर्ट से गुजारिश की गई कि इसे 'रेयरेस्ट ऑफ रेयर' बताकर व्यक्ति की फांसी को रखा जाए, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने इंकार किया.
Image Credit: my-lord.inअदालत ने पाया कि इस घटना से पहले व्यक्ति के खिलाफ कोई मुकदमा नहीं था,
Image Credit: my-lord.inहालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने कृत्य की बर्बरता स्वीकार करते हुए जीवन भर जेल में रहने की सजा सुनाई
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