डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को 12वीं बार पैरोल (Parole) मिली है और वे 2017 के बाद पहली बार सिरसा डेरे में पहुंच रहे हैं.
Image Credit: my-lord.inआज सुबह ही गुरमीत राम रहीम सिंह सुनारिया जेल से कड़ी सुरक्षा के बीच बाहर आए हैं, जहां से वे इस बार बागपत के बरनावा की जगह सिरसा डेरे में जा रहे है.
Image Credit: my-lord.inबता दें कि पैरोल, किसी कैदी को समाज में घुलने-मिलने में बनाए रखने के लिए दी जाती है, ताकि वह समाज से पूरी तरह से ना कट जाए.
Image Credit: my-lord.inऐसे में सवाल उठना लाजिमी है कि देश में पैरोल कब और किन हालात में दी जाती है....
Image Credit: my-lord.inसबसे पहले, जेल और जेल नियमावली राज्य सरकार के अंदर आती है और एक साल में रेगुलर पैरौल अधिकतम 10 सप्ताह के लिए दी जा सकती है.
Image Credit: my-lord.inवहीं, इमरजेंसी पैरोल चार सप्ताह के लिए जाती है. बता दें कि पैरोल देने का फैसला भी राज्य सरकार की ओर से ही आता है.
Image Credit: my-lord.inजब कैदी की ओर से पौरोल की मांग की जाती है, तो जेल सुपरिटेंडेंट, जेल में उसकी रिपोर्ट बनाकर, गृह मंत्रलाय के उप मुख्य सचिव (Deputy Secretary) के पास रजामंदी के लिए भेजता है,
Image Credit: my-lord.inअगर उप-मुख्य सचिव उस रिपोर्ट पर अपनी सहमति जताते हैं, तभी कैदी को पैरोल मिल पाती है.
Image Credit: my-lord.inबताना लाजिमी है कि राम रहीम को इस बार 30 दिन की पैरोल मिली है.
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