तेजाब फेंकने की घटना एक गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है. आईपीसी की सेक्शन 362ए, एसिड अटैक की घटना से जुड़ी है.
Image Credit: my-lord.inजब कोई व्यक्ति जानबूझ कर किसी महिला या पुरूष पर तेजाब फेंकता है तो उसके विरूद्ध आईपीसी की धारा 326ए के तहत मुकदमा दायर किया जाता हैं.
Image Credit: my-lord.inतेजाब फेंकने की घटना के मामले में धारा 326ए के तहत कार्रवाई होती है.
Image Credit: my-lord.inकोर्ट ये देखती है कि ये घटना कैसे हुई है? क्या व्यक्ति ने स्वयं ही ये किया है या किसी ने जानबूझ कर एसिड फेंका हैं. हमले में पीड़ित (Victim) को कितना आघात पहुंचाया है.
Image Credit: my-lord.inसेक्शन 326a के तहत एसिड एटैक का अपराध पुरुषों व महिला दोनों के अपराध करने व शिकार होने पर समान रुप से लागू होता है.
Image Credit: my-lord.inएसिड अटैक गैर-जमानती अपराध की श्रेणी में आता है. आरोपी को पुलिस बिना वारंट के व्यक्ति को गिरफ्तार कर सकती हैं.
Image Credit: my-lord.inआईपीसी 326ए में एसिड हमला करने की सजा कम से कम दस साल कैद की सजा है. वहीं, अपराध की गंभीरता को देखते हुए आजीवन कारावास तक भी बढ़ाया जा सकता है.कोर्ट अपराधी को सजा के साथ-साथ पीड़िता को मुआवजा देने का भी फैसला सुना सकती हैं.
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