ED के Summon की 'नेताजी' कर रहे अनदेखी, जानें क्या होगी कार्रवाई?

My Lord Team

Image Credit: my-lord.in | 08 Mar, 2024

ED के Summon की 'नेताजी' कर रहे अनदेखी, जानें क्या होगी कार्रवाई?

Image Credit: my-lord.in

ED के समन की अनदेखी

अक्सर राजनेता ED के समन की अनदेखी करते सुने जाते हैं. भले ही वे इसे राजनीतिक तौर पर प्रेरित बताएं. लेकिन ED के समन की अनदेखी करने पर वे बड़ी मुश्किल में भी पड़ सकते हैं.

Image Credit: my-lord.in

दिल्ली के CM को ED का आठवां समन

ED ने दिल्ली के मुख्यमंत्री को आठवां समन भेजा. ED उन्हें आबकारी घोटाले में पूछताछ करने के लिए बुला रही है.

Image Credit: my-lord.in

झारखंड के पूर्व CM ने भी अनदेखी

ED ने झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के उपर भी ED के समन का अनदेखी करने के आरोप लगे हैं. ED के समन की अवमानना करने पर क्या कानूनी कार्रवाई हो सकती हैं.

Image Credit: my-lord.in

PMLA की धारा 50

प्रीवेंशन ऑफ मनी लॉन्डरिंग एक्ट के सेक्शन 50 क्लाज तीन के तहत ED के पास जांच के दौरान किसी भी व्यक्ति को समन करने का अधिकार है.

Image Credit: my-lord.in

Summon का अर्थ जांच में सहयोग

इसके अनुसार 'समन पर बुलाये गए व्यक्ति के लिए स्वयं या अपने एजेंट के ज़रिए' जांच में शामिल होने की आशा की जाती है. साथ ही संबंधित मामले पर बयान देना और मांगे गए दस्तावेजों को देना अनिवार्य होता है.

Image Credit: my-lord.in

Court के समक्ष रखती है मायने

इस कानून के तहत दिए गए बयानों को अदालत के समक्ष शपथपत्र माना जाता है.

Image Credit: my-lord.in

Summon का आधार

अगर ऐसी धाराएं लगाई गई हैं, जिनमें सात साल से कम सजा का प्रावधान हो तो पहले समन किया जाता है और जरूरत होने पर गिरफ्तार किया जाता है.

Image Credit: my-lord.in

ED कर सकती है गिरफ्तार

मामलों के विशेषज्ञ के अनुसार, भले ही समन किये गये व्यक्ति को सीधे तौर पर उन्हें गिरफ्तार ना किया जाए लेकिन ये जरूर माना जा सकता है कि वो जानबूझकर जांच में सहयोग नहीं कर रहे है. इसे आधार बनाकर गिरफ्तारी हो सकती है.

Image Credit: my-lord.in

कितनी बार भेजा जा सकता है Summon?

समन की ऐसी कोई तय संख्या नहीं है, जिनके नज़रअंदाज़ करने के बाद गिरफ़्तारी अनिवार्य हो जाती है. ये ईडी पर निर्भर करता है कि वो गिरफ़्तारी करना चाहती है या नहीं.

Image Credit: my-lord.in

कम नहीं है मुश्किलें

जांच के दौरान अगर ED को लगता है कि समन किया गया व्यक्ति अपराध में शामिल है, तो चश्मदीद को भी अभियुक्त में बदला जा सकता है.

Image Credit: my-lord.in

पढ़ने के लिए धन्यवाद!

Next: Framing of Charges, जानिए आरोप कैसे तय होती है?

अगली वेब स्टोरी