चेक बाउंस की सजा, होगी जेल-भरना पड़ेगा दोगुना जुर्माना

Satyam Kumar

Image Credit: my-lord.in | 24 Jan, 2025

बैंक चेक

बैंक चैक, एक वित्तीय उपरकरण, जिसके सहारे एक व्यक्ति किसी दूसरे को पैसा भुगतान करता है.

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बैंक ने किया चेक अस्वीकृत

वहीं, चेक अगर बैंक द्वारा अस्वीकृत किया जाता है, तो यह एक अपराध है.

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कानून का सामना

यदि किसी व्यक्ति द्वारा जारी किया गया चेक बैंक द्वारा अस्वीकृत किया जाता है, तो इसके पीछे मुख्य कारण यह हो सकता है कि खाते में पर्याप्त धन नहीं है, तो ऐसी स्थिति में, चेक देनेवाले व्यक्ति को कानूनी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है.

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नेगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट एक्ट, 1881

नेगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट की धारा 138 के अनुसार, अपराधी को दो साल तक की जेल या चेक की राशि के दोगुना राशि जुर्माने के तौर पर भरना पड़ सकता है.

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चैक की वैलिडिटी

वहीं, व्यक्ति को चेक पाने के छह महीने के भीतर बैंक को देना पड़ता है.

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चेक बाउंस की सूचना

और यदि चेक अस्वीकृत हो जाता है, तो प्राप्तकर्ता को चेक के देनेवाले व्यक्ति को नोटिस देना होगा.

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करना पड़ेगा भुगतान

यदि नोटिस मिलने के पंद्रह दिनों के भीतर भुगतान नहीं किया जाता है, तो यह कानूनी कार्रवाई का आधार बन सकता है.

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