19 जुलाई की रात को मणिपुर में चल रहे हिंसा का एक ऐसा वीडियो वायरल हुआ जिसने पूरे देश को स्तब्ध कर दिया; दो महिलाओं का गैंगरेप हुआ जिसके बाद उनकी निर्वस्थ परेड कराई गई
Image Credit: my-lord.inउच्चतम न्यायालय ने यह कहा है कि इस वीडियो से वह "बहुत व्यथित" है और इसे "किसी भी संवैधानिक लोकतंत्र में पूरी तरह अस्वीकार्य" बताया
Image Credit: my-lord.inसीजेआई डी वाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ ने वीडियो पर संज्ञान लिया और केंद्र तथा मणिपुर सरकार से फौरन कार्रवाई करने को कहा; उन्होंने कहा कि अगर सरकार इसपर तुरंत कार्रवाई नहीं करेगी तो वो करेंगे
Image Credit: my-lord.inन्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने कहा कि साम्प्रदायिक रूप से तनावपूर्ण इलाके में हिंसा को अंजाम देने के हथियार के रूप में महिलाओं का इस्तेमाल अस्वीकार्य है और संवैधानिक और मानवाधिकारों का घोर उल्लंघन है
Image Credit: my-lord.inमई की इस घटना पर अब तक क्या कार्रवाई हुई है, इस तरह की घटना दोबारा न हो इसके लिए सरकार क्या कर रही है और मामले में गिरफ़्तारी आदि की रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट ने 28 जुलाई को मांगी है; बता दें कि अब तक इस मामले में चार गिरफ्तारियां हो चुकी हैं
Image Credit: my-lord.inमणिपुर में 3 मई, 2023 से 'एथनिक वायलेंस' जारी है जो राज्य की दो जनजातियों- Meitei और Kuki Tribe के बीच हो रहा है; मैतेई जनजाति ने सालों पहले 'अनुसूचित जनजाति' के स्टेटस की मांग की जिसका कुकी जनजाति ने हमेशा विरोध किया
Image Credit: my-lord.inहिंसा अचानक तब बढ़ा जब मैतेई जनजाति की इस मांग पर मणिपुर उच्च न्यायालय ने अपने ऑर्डर में राज्य सरकार को निर्देश दिया कि वो मैतेई समुदाय के लिए एसटी टैग की अनुशंसा जनजातीय कार्य मंत्रालय से करें
Image Credit: my-lord.inआपकी जानकारी के लिए बता दें कि मणिपुर में 53% लोग मैतेई जनजाति के हैं और उपजाऊ इम्फाल घाटी है में रहते हैं जबकि कुकी और नागा जनजाति के लोगों की संख्या 40% के करीब है और वो तलहटी में रहते हैं
Image Credit: my-lord.inपिछले लगभग तीन महीनों से चल रहे इस मणिपुर हिंसा में अब तक कम से कम 130 लोगों की जान जा चुकी है, 400 लोग चोटिल हो चुके हैं और 60 हजार से ज्यादा को विस्थापित किया जा चुका है
Image Credit: my-lord.inपढ़ने के लिए धन्यवाद!