हाल में जस्टिस शेखर यादव के खिलाफ महाभियोग लाने को लेकर संसद में महाभियोग नोटिस दिया गया है.
Source: my-lord.inवहीं, संसद में अब तक 4 जजों के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाया गया है, लेकिन इसके जरिए अब तक किसी जज को नहीं हटाया गया है.
Source: my-lord.inदेश में पहली बार जज, जस्टिस वी रामासामी के खिलाफ साल 1993 में महाभियोग प्रस्ताव लाया गया था,
Source: my-lord.inलेकिन महाभियोग बहुमत सदस्यों का समर्थन नहीं मिलने से गिर गया था,
Source: my-lord.inदूसरा, कलकत्ता हाईकोर्ट के जस्टिस सौमित्र सेन के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर राज्यसभा से महाभियोग प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई थी,
Source: my-lord.inलेकिन सौमित्र सेन ने भ्रष्टाचार के आरोपों से इंकार करते हुए अपना इस्तीफा तत्कालीन राष्ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह को सौंप दिया था.
Source: my-lord.inवर्तमान में सुप्रीम कोर्ट जज, जस्टिस जेबी पारदीवाला के खिलाफ सालल 2015 में आरक्षण के खिलाफ टिप्पणी करने को लकर महाभियोग चलाया गया था,
Source: my-lord.inहालांकि जस्टिस पारदीवाला ने अपने जजमेंट आरक्षण को लेकर की गई टिप्पणी को हटा लिया, तब इस प्रस्ताव को वापस ले लिया गया.
Source: my-lord.inजस्टिस पीडी दिनाकरण के खिलाफ 75 सांसदों ने महाभियोग लगाने की मांग की थी, लेकिन उससे पहले ही उन्होंने इस्तीफा दे दिया.
Source: my-lord.inवहीं, तीन जजों के खिलाफ तो महाभियोग प्रस्ताव आगे बढ़ भी नहीं पाया,
Source: my-lord.inजिसमें सुप्रीम कोर्ट के पूर्व सीजेआई दीपक मिश्रा, तेलंगाना हाईकोर्ट के जस्टिस सी.वी. नागार्जुन और मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के जस्टिस एस.के. गंगले शामिल थे.
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